लखनऊ, 14 जुलाई। आतंकवादी संगठन अलकायदा समर्थित अंसार गजवातुल हिंद के दो सक्रिय सदस्यों की बीते रविवार को लखनऊ से हुई गिरफ्तारी के बाद उनके चार और मददगारों को कानपुर व लखनऊ से हिरासत में लिया गया है। यूपी पुलिस और एटीएस की संयुक्त टीम ने चारों से पूछताछ शुरू कर दी है।
सूत्रों के अनुसार जांच और पूछताछ के बाद एटीएस और पुलिस की टीमों ने बुधवार को लखनऊ के वजीरगंज इलाके में स्थित बुद्धा पार्क के पास से शकील और मुस्तकीम नाम के युवकों को उठाया है। वहीं कानपुर से लईक और आफाक को हिरासत में लिया गया है।
एटीएस सूत्रों का कहना है कि शकील, मुस्तकीम, लईक और आफाक ने संदिग्ध आतंकियों को असलहा और बारूद पहुंचाया थे। यह भी पता चला है कि शकील दिखावे के लिए ई-रिक्शा चलाता था।
मसीरूद्दीन व मिन्हाज को गौरतलब है कि एटीएस ने बीते रविवार को लखनऊ के काकोरी इलाके में एक मकान में छापा मारकर मसीरूद्दीन और मिन्हाज को गिरफ्तार किया था। दोनों संदिग्ध आतंकी अलकायदा समर्थित संगठन अंसार गजवातुल हिंद के सक्रिय सदस्य हैं।
मसीरूद्दीन व मिन्हाज ने बताए मददगारों के नाम
गिरफ्तारी के बाद यूपी पुलिस और एटीएस एक्टिव हो गई और इनसे जुड़े अन्य सदस्यों और मददगारों की तलाश शुरू कर दी थी। समझा जाता है कि गिरफ्तारी के बाद रिमांड में पूछताछ के दौरान उन्होंने एटीएस को अपने मददगारों के नाम बताए, जिसके बाद अन्य लोगों को हिरासत में लिया गया है।
पिस्टल और प्रीएक्टिवेटेड सिम कानपुर से लिए गए थे
बताया जा रहा है कि आतंकियों के निशाने पर दो मंदिर और भीड़भाड़ वाले मार्केट थे। शकील ने असलहों का सौदा कानपुर में किया था। उसने पोस्ट से असलहों की पेमेंट की थी, जिसका एटीएस को सबूत मिला है। आतंकियों से बरामद की गई पिस्टल भी कानपुर के चमनगंज इलाके से ही खरीदी गई थी। इसके साथ ही मसीरूद्दीन और मिन्हाज ने प्रीएक्टिवेटेड सिम भी कानपुर के रहमानी मार्केट से खरीदे थे। ये दोनों संदिग्ध पाकिस्तानी हैंडलर अल-उल के संपर्क में थे। मामले की जांच जारी है और जल्द ही खुलासे होंगे।
पश्चिम यूपी के 4 जिलों में भी कुछ लोगों से पूछताछ जारी
सूत्रों की मानें तो कानपुर के साथ पश्चिमी यूपी के संभल सहित चार जिलों में भी एटीएस की टीमें रविवार से डेरा जमाए बैठी हैं। ये टीमें स्थानीय जिला पुलिस की मदद से करीब दर्जनभर ऐसे लोगों से पूछताछ कर रही हैं, जो पिछले कुछ दिनों में या तो लखनऊ से गिरफ्तार दोनों संदिग्ध आतंकियों या फिर अंसार अजवातुल हिंद संगठन से किसी न किसी तरह संपर्क में आए हैं।