वाशिंगटन, 3 अगस्त। अमेरिकी सरकार के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा है कि उनका देश भारत और पाकिस्तान के बीच सीधे संवाद का समर्थन करता है। भारत और पाकिस्तान के बीच सीमा पार आतंकवाद तथा कश्मीर मुद्दे समेत विभिन्न मसलों के कारण संबंध तनावपूर्ण हैं। भारत लगातार यह कहता रहा है कि वह पाकिस्तान से सामान्य पड़ोसी की तरह संबंध रखना चाहता है लेकिन इसकी जिम्मेदारी इस्लामाबाद पर है कि वह आतंकवाद और शत्रुता से मुक्त माहौल बनाएं।
भारत ने यह भी कहा है कि जम्मू कश्मीर उसका हिस्सा ‘‘था, है और हमेशा रहेगा।’’ विदेश विभाग के प्रवक्ता मैथ्यू मिलर ने अपने नियमित संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘‘जैसा कि हम लंबे समय से कहते आ रहे हैं, हम भारत और पाकिस्तान के बीच चिंताजनक मुद्दों पर सीधे संवाद का समर्थन करते हैं। हमारा लंबे समय से यही रुख रहा है।’’
मिलर की ये टिप्पणियां तब आयी हैं जब दो दिन पहले पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने सभी गंभीर और लंबित मुद्दों को हल करने के लिए भारत के साथ वार्ता करने की पेशकश की। पाकिस्तान के साथ भारत के संबंधों पर विदेश मंत्री एस जयशंकर ने जून में कहा था कि भारत के लिए पड़ोसी देश के साथ तब तक संबंध सामान्य करना संभव नहीं है जब तक कि वह सीमा पार आतंकवाद की नीति बंद न कर दें।