नई दिल्ली, 12 दिसम्बर। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन गणतंत्र दिवस के अवसर पर भारत नहीं आएंगे। उन्हें भारत सरकार की ओर से इसका आमंत्रण मिला था। लेकिन अब तक बाइडेन के आने की योजना की जानकारी नहीं मिली है। सरकारी सूत्रों का यही कहना है।
उल्लेखनीय है कि जी-20 समिट के दौरान ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जो बाइडेन को द्विपक्षीय वार्ता में 26 जनवरी को भारत आने का न्योता दिया था। 26 जनवरी के आसपास ही भारत में क्वाड समिट का आयोजन भी होना है। सूत्रों का कहना है कि अब क्वाड समिट का आयोजन 2024 में ही बाद में होगा। प्राप्त जानकारी के अनुसार भारत की ओर से क्वाड समिट के लिए नई तारीखों पर विचार चल रहा है। पहले तय की गई तारीख पर क्वाड सहयोगियों के बीच सहमति नहीं बन पा रही थी।
हालांकि गणतंत्र दिवस पर जो बाइडेन को मुख्य अतिथि बनाने को लेकर भारत की तरफ से आधिकारिक तौर पर कुछ नहीं कहा गया था। लेकिन अमेरिकी राजदूत रिचर्ड गार्सेटी ने सितम्बर में इस बाबत जानकारी दी थी। इसके मुताबिक जी-20 सम्मेलन के दौरान जब पीएम मोदी की बाइडेन से मुलाकात हुई थी तो पीएम ने उन्हें आमंत्रित किया था। विश्वस्त सूत्रों की मानें तो बाइडेन के अगले महीने भारत आने की उम्मीद अब नहीं है।
इस घटनाक्रम से भारतीय पक्ष भी असहज हालात में है। अब उसे गणतंत्र दिवस समारोह में मुख्य अतिथि के तौर पर किसी नेता की तलाश करनी होगी। अब इस आयोजन में छह हफ्ते से कुछ ही ज्यादा वक्त बचा है। माना जा रहा है कि गणतंत्र दिवस का आमंत्रण स्वीकार नहीं करने के अमेरिकी प्रशासन के फैसले के पीछे कई वजहें हैं। इसके पीछे डोनाल्ड ट्रंप के कैंपेन की शुरुआत भी एक अहम बात है। बाइडेन भी दोबारा राष्ट्रपति बनने की रेस में शामिल हैं। साथ ही साथ इजरायल-हमास के बीच युद्ध भी इसके पीछे एक बड़ा कारण है।