रेजजो (पोलैंड), 25 मार्च। रूस और यूक्रेन के बीच जारी जंग के बीच अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन शुक्रवार को बेल्जियन राजधानी ब्रसेल्स से पोलैंड के रेजजो पहुंचे। पोलैंड के दक्षिण-पूर्व में स्थित रेजजो शहर यूक्रेन की सीमा से करीब 100 किलोमीटर यानी 62 मील दूरी पर है।
President Biden enjoys some jalapeño and pepperoni pizza with the 82nd Airborne pic.twitter.com/uKLbWxTGFf
— Chris Megerian (@ChrisMegerian) March 25, 2022
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार जो बाइडेन को यूक्रेन से बाहर आने वाले शरणार्थियों और देश के अंदर पीड़ित लोगों के लिए चलाए जा रहे ह्यूमन कॉरिडोर के बारे में जानकारी दी गई। बाइडेन ने 82वें एयरबोर्न डिवीजन के अमेरिकी सेवा सदस्यों से भी मुलाकात की, जो पोलिश सैनिकों के साथ यूक्रेन के पीड़ितों की मदद करते हैं।
Upon landing in Poland, Pres. Biden met with U.S. service members stationed there, shaking hands and making jokes, as the president continues his trip through Europe amid Russia's invasion of Ukraine. https://t.co/zVrJxYI4Oj pic.twitter.com/ZMm6qcZzCB
— ABC News (@ABC) March 25, 2022
प्राप्त जानकारी के अनुसार जो बाइडेन शनिवार को वारसॉ के लिए उड़ान भरेंगे, जहां से वे वॉशिंगटन जाएंगे। इससे पहले जो बाइडेन पोलैंड के राष्ट्रपति आंद्रेजेज डूडा के साथ बातचीत करेंगे और पोलिश लोगों को संबोधित भी करेंगे।
#US President Joe Biden Arrives in #Rzeszow
Here he will meet with #Polish President Andrzej Duda. pic.twitter.com/P0Vxx0ld3f
— NEXTA (@nexta_tv) March 25, 2022
यक्रेन युद्ध मसले पर ब्रसेल्स में कई बैठकों में शामिल हुए बाइडेन
जो बाइडेन ब्रसेल्स में गुरुवार को यूक्रेन युद्ध के मसले पर NATO, G-7 और EU की एक के बाद एक बैठकों में शामिल हुए। अमेरिकी राष्ट्रपति ने इन बैठकों के बाद रूस को सीधा और सख्त पैगाम दिया। उन्होंने रूस को कड़ी चेतावनी दी है कि अगर उसने रासायनिक हथियारों का इस्तेमाल किया तो सख्त जवाबी काररवाई की जाएगी। NATO और EU की बैठकों में यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की भी शामिल हुए। जेलेंस्कि ने पश्चिमी देशों से साफ कहा कि अगर यूरोप को बचाना है तो सभी देश यूक्रेन की मदद करें।
गौरतलब है कि यूक्रेन और रूस के बीच गत 24 फरवरी से शुरू हुई जंग दूसरे महीने में प्रवेश कर चुकी है। यूक्रेन पर लगातार हो रहे रूसी हमलों को लेकर कई देशों के नेताओं के बीच बैठकों का दौर भी जारी है।