वॉशिंगटन, 19 सितम्बर। अमेरिका ने कहा है कि वह खालिस्तानी आतंकवादी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या पर कनाडाई प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो द्वारा भारत पर लगाए गए आरोपों से बहुत चिंतित है। एक बयान में ह्वाइट हाउस राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद के प्रवक्ता एड्रिएन वॉटसन ने कहा, ‘हम प्रधान मंत्री ट्रूडो द्वारा संदर्भित आरोपों के बारे में गहराई से चिंतित हैं।’
एड्रिएन वॉटसन के हवाले से एसोसिएटेड प्रेस ने कहा, ‘हम अपने कनाडाई साझेदारों के साथ नियमित संपर्क में रहते हैं। यह महत्वपूर्ण है कि कनाडा की जांच आगे बढ़े और अपराधियों को न्याय के कटघरे में लाया जाए।’
गौरतलब है कि सोमवार को हाउस ऑफ कॉमन्स में एक भाषण के दौरान ट्रूडो ने कहा, ‘कनाडाई सुरक्षा एजेंसियां भारत सरकार के एजेंटों और एक कनाडाई नागरिक हरदीप सिंह निज्जर की हत्या के बीच संभावित संबंध के विश्वसनीय आरोपों को सक्रिय रूप से आगे बढ़ा रही हैं।’ हालांकि भारत ने मंगलवार को ट्रूडो के आरोपों पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए उन्हें बेतुका और प्रेरित बताया।
दोनों देशों ने एक-एक राजनयिक को निष्कासित किया
दोनों देशों के बीच तनातनी उस समय और बढ गई, जब कनाडा ने एक भारतीय राजनयिक को निष्कासित कर दिया। भारत ने भी जवाबी काररवाई करते हुए कुछ ही घंटे बाद एक कनाडाई राजनयिक को निष्कासित करने की घोषणा कर दी।
भारत में कनाडा के उच्चायुक्त को विदेश मंत्रालय द्वारा तलब किया गया और वरिष्ठ कनाडाई राजनयिक को निष्कासित करने के फैसले के बारे में सूचित किया गया। मंत्रालय ने कहा कि कनाडाई राजनयिक को निष्कासित करने का फैसला “हमारे आंतरिक मामलों में कनाडाई राजनयिकों के हस्तक्षेप और भारत विरोधी गतिविधियों में उनकी संलिप्तता” को लेकर भारत की बढ़ती चिंता को दर्शाता है।
भारत द्वारा घोषित आतंकी निज्जर की संपत्ति 2020 में कुर्क की गई थी
गौरतलब है कि हरदीप सिंह निज्जर की पश्चिमी कनाडाई प्रांत ब्रिटिश कोलम्बिया के सरे में एक गुरुद्वारे के बाहर दो अज्ञात बंदूकधारियों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी। कनाडा स्थित निज्जर को जुलाई, 2020 में कड़े गैरकानूनी गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम के तहत भारत द्वारा ‘आतंकवादी’ नामित किया गया था और देश में उसकी संपत्ति सितम्बर 2020 में राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) द्वारा कुर्क की गई थी।