नई दिल्ली, 15 मार्च। यूक्रेन युद्ध को लेकर रूस और अमेरिका के बीच जारी तनाव के दौरान काला सागर में एक रूसी जेट और एक अमेरिकी ड्रोन के बीच टक्कर हुई है। यह जानकारी अमेरिकी सेना ने दी है। वहीं सीएनएन के अनुसार एक रूसी फाइटर जेट ने अमेरिकी एयरफोर्स के ड्रोन को टक्कर मारकर काला सागर में डुबो दिया है। मंगलवार को काला सागर के ऊपर तब अजीब स्थिति बन गई, जब रूसी जेट और अमेरिकन MQ-9 रीपर ड्रोन आमने-सामने आ गए। इस दौरान रूसी जेट ने अमेरिकी ड्रोन के प्रोपेलर को क्षतिग्रस्त कर दिया।
यह घटना तब हुई, जब अमेरिका का रीपर ड्रोन और रूस के दो फाइटर जेट SU-27 काला सागर के ऊपर अंतरराष्ट्रीय जल सीमा में चक्कर लगा रहे थे। सीएनएन ने अमेरिकी अधिकारियों के हवाले से कहा है कि इसी दौरान रूस का एक जेट जान बूझकर अमेरिकी ड्रोन के सामने आ गया और जेट से तेल गिराने लगा। इस दौरान एक जेट ने ड्रोन के प्रोपेलर को क्षतिग्रस्त कर दिया।
ये प्रोपेलर ड्रोन के पीछे लगा था। प्रोपेलर की क्षति के बाद अमेरिकी सेनाओं को ड्रोन को काला सागर में डुबोने पर मजबूर कर दिया। प्रोपेलर ड्रोन के पंखे की तरह होता है, इसका ब्लेड जब घूमता है तो इससे थ्रस्ट बनता है और ड्रोन को उड़ने में मदद मिलती है।
यूक्रेन और रूस से मिलती है काला सागर की सीमा
उल्लेखनीय है कि काला सागर वो जल क्षेत्र है, जिसकी सीमाएं रूस और यूक्रेन से मिलती हैं। यूक्रेन युद्ध की वजह से इस क्षेत्र में पिछले कई महीनों से सैन्य तनाव बना हुआ है। यूक्रेन युद्ध के दौरान रूसी और अमेरिकी विमान काला सागर के ऊपर उड़ान भरते रहते हैं। लेकिन यह पहली बार है, जब दोनों देश के युद्धक विमान एक दूसरे के सामने आ गए और टकराव की ऐसी नौबत आ गई।
इस घटना पर अमेरिकी वायुसेना ने सख्त प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि दो रूसी Su-27 विमानों ने एक अमेरिकी वायु सेना की निगरानी और टोही मानवरहित MQ-9 ड्रोन को असुरक्षित और गैरपेशवराना तरीके से इंटरसेप्ट किया। ये तब हुआ, जब अमेरिकी ड्रोन अंतरराष्ट्रीय सीमा के अंदर उड़ान भर रहा था।
जेट के टक्कर से ड्रोन का प्रोपेलर नष्ट
अमेरिका सेना के अनुसार सुबह 7 बजकर 03 मिनट (सेंट्रल यूरोपियन टाइम) पर रूसी Su-27 ने अमेरिकी ड्रोन के प्रोपेलर को नष्ट कर दिया। अमेरिकी सेना का दावा है कि रूसी जेट ने अमेरिकी ड्रोन को टक्कर मारी और उस पर ईंधन भी गिरा दिया।
अमेरिकी एयरफोर्स के अधिकारी और यूएस एयर फोर्सेज यूरोप और एयर अफ्रीका के कमांडर जेम्स बी हेकर ने कहा, ‘हमारा MQ-9 विमान अंतरराष्ट्रीय हवाई क्षेत्र में नियमित संचालन कर रहा था, जब इसे एक रूसी विमान द्वारा रोका गया और मारा गया, जिसके परिणामस्वरूप दुर्घटना हुई और MQ-9 का पूर्ण नुकसान हुआ।’ दरअसल इस टक्कर के बाद अमेरिकी अधिकारियों को अपने ड्रोन को समंदर में डुबोने पर मजबूर होना पड़ा। उन्होंने कहा कि वे रूस से अपील करते हैं कि वे अपना ऑपरेशन पेशेवर तरीके से करें। अमेरिकी सेना ने कहा कि रूसी सेना की ये आक्रामक काररवाइयां खतरनाक हैं और इससे दोनों देशों के बीच टकराव बेहद बढ़ सकता है।