वॉशिंगटन, 21 नवम्बर। अमेरिका ने उम्मीद जाहिर की है कि वर्ष 2023 में भारत और अमेरिका के संबंधों में और निकटता आएगी। अमेरिकी ह्वाइट हाउस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा है कि वर्ष 2022 में भारत और अमेरिका रणनीतिक रूप से एक दूसरे के निकट आए हैं। उन्होंने कहा कि अगला वर्ष भारत-अमेरिका संबंधों के लिहाज से बेहद उपयोगी रहेगा।
अमेरिकी अधिकारी ने यह बात ऐसे वक्त कही है, जब हाल में अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने भारत और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की जमकर तारीफ की है। इसको इस कड़ी से जोड़कर देखा जा रहा है। ह्वाइट हाउस में उप राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जान फाइनर ने हाल में बाली में संपन्न जी-20 शिखर सम्मेलन के दौरान कई मुद्दों पर आम सहमति बनाने में अहम भूमिका निभाई है।
गौरतलब है कि जी-20 के बाली शिखर सम्मेलन में पीएम मोदी ने यूक्रेन जंग को लेकर कहा था कि जंग किसी समस्या का विकल्प नहीं हो सकता है। मोदी के इस बयान से अमेरिका व पश्चिमी देश गद्गद् हैं। पीएम मोदी के इस बयान के बाद इन मुल्कों को भारत से एक उम्मीद बंधी है। खासकर तब, जब भारत वर्ष 2023 में जी-20 की अध्यक्षता करेगा।
भारत-अमेरिका संबंधों पर अपने विचार व्यक्त करते हुए फाइनर ने कहा कि बाइडेन प्रशासन भारत के साथ बेहतर संबंधों के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि भारत-अमेरिका संबंधों के लिहाज से वर्ष 2022 और 2023 काफी अहम है। अमेरिकी वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, ‘हमारे पास आने वाले एजेंडे में क्वाड शिखर सम्मेलन है। उन्होंने कहा कि भारत के पास जी-20 की कमान है। इन दोनों अवसरों पर हम भारत और अमेरिका की संयुक्त भूमिका को देख रहे हैं।’
‘उन्होंने कहा कि संपूर्ण बाइडन प्रशासन और खुद अमेरिकी राष्ट्रपति बाइडन भारत के साथ एक विशिष्ट द्विपक्षीय रिश्तों की दरकार रखता है। उन्होंने कहा कि भारत और अमेरिका के रिश्ते निरंतर विकसित हो रहे हैं और उसमें और सुधार जारी रखने की असीम संभावना और क्षमता है। फाइनर ने कहा कि हम ऐसा करने के लिए गहराई से प्रतिबद्ध हैं। उन्होंने कहा कि ऐसा इसलिए है क्योंकि दोनों देश लोकतांत्रिक व्यवस्था में आस्था रखते हैं। भारत और अमेरिका के बीच संबंधों में दशकों से एक प्रशासन से दूसरे प्रशासन तक उच्च स्तर की निरंतरता रही है।
अमेरिकी उप राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार फाइनर ने त्योहारों के मौसम का जश्न मनाने के लिए दोपहर के भोजन के स्वागत समारोह में कहा कि दोनों देशों के लिहाज से 2022 एक अत्यधिक सफल वर्ष है और आने वाला एक और बड़ा वर्ष इससे भी बेहतर होगा। यह इस बात का प्रतीक है कि भारत और अमेरिका का रिश्ता दशकों से कैसे आगे बढ़ा है।