नई दिल्ली, 21 जून। इजराइल और ईरान के बीच छिड़े संघर्ष तनाव के दौरन शुक्रवार को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) की बैठक में एक अमेरिकी दूत से गलती हो गई और उन्होंने गलती से मध्य पूर्व में “अराजकता, आतंक और पीड़ा” पैदा करने के लिए यरूशलम को दोषी ठहरा दिया, लेकिन बाद में उन्होंने अपनी गलती सुधार ली।
संयुक्त राष्ट्र में अमेरिकी अंतरिम प्रभारी डोरोथी शीया ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में भाषण देते हुए इजराइल के खिलाफ ईरान की काररवाई की निंदा की। शीया ने कहा, ‘इजराइल की सरकार ने भी पूरे क्षेत्र में अराजकता, आतंक और पीड़ा फैलाई है।’ फिर वह एक अजीब विराम लेती हैं, अपना सिर हिलाती हैं और जल्दी से खुद को सही करती हैं और वाक्य दोहराती हैं, ‘ईरान की सरकार ने भी पूरे क्षेत्र में अराजकता, आतंक और पीड़ा फैलाई है।’ फिलहाल UNSC जैसे बड़े मंच पर शीर्ष अमेरिकी राजनयिक की यह चूक सोशल मीडिया पर वायरल हो गई।
The only piece of #truth that was mistakenly uttered by the US envoy at the #UNSC meeting. For a second, she forgot to distort the facts as the #IsraelTerroristState & its enablers & apologists in the west always do.#IranIsraelConflict pic.twitter.com/mgDZ0fB4Dn
— Iran Embassy in Sierra Leone (@IRANinSalone) June 21, 2025
‘ईरानी सरकार के लिए सही काम करने में देर नहीं हुई है’
डोरोथी शीया अपना भाषण जारी रखते हुए कहती हैं, ‘हमें यह नहीं भूलना चाहिए कि ईरानी सरकार इजराइल पर हमास के घातक हमले के पीछे एक सक्षम और वैचारिक भौतिक शक्ति थी।” शीया ने इस बात पर भी जोर दिया कि ईरानी सरकार के लिए सही काम करने में देर नहीं हुई है। उन्होंने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बयानों को दोहराया और कहा कि ईरान को अपने परमाणु संवर्धन कार्यक्रम और परमाणु हथियार हासिल करने की सभी आकांक्षाओं को पूरी तरह से त्याग देना चाहिए।
शीया ने कहा कि ईरान ने बार-बार इजराइल के विनाश के साथ-साथ ‘अमेरिका की मौत’ का आह्वान किया है। ईरान की निंदा करते हुए उन्होंने कहा कि जैसा कि ग्रुप ऑफ सेवन (G7) के नेताओं ने इस सप्ताह की शुरुआत में कहा था, तेहरान मध्य पूर्व क्षेत्र में अस्थिरता और आतंक का मुख्य स्रोत है।
इजराइली हमलों में अमेरिका शामिल नहीं था, लेकिन उसके साथ खड़ा है
हालांकि उन्होंने इस बात की पुष्टि की कि ईरान के खिलाफ इजराइली हमलों में अमेरिका शामिल नहीं था, लेकिन अमेरिकी राजनयिक ने स्पष्ट किया, ‘इसमें कोई संदेह नहीं होना चाहिए कि संयुक्त राज्य अमेरिका इजरायल के साथ खड़ा है और ईरान की परमाणु महत्वाकांक्षाओं के खिलाफ उसके कार्यों का समर्थन करता है।’
यूएनएससी को ईरान से अपना रास्ता बदलने का आग्रह करना चाहिए
अमेरिकी राजनयिक ने कहा कि ईरान का नेतृत्व चल रहे संघर्ष से बच सकता था, अगर वे एक ऐसे समझौते पर सहमत होते जो उन्हें कभी भी परमाणु हथियार प्राप्त करने से रोकता। शीया ने कहा कि इस समझौते को स्वीकार करने से इनकार करके, ईरान के पास परमाणु हथियार प्राप्त करने के लिए आवश्यक सब कुछ है। उसे केवल अपने सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई के निर्णय की आवश्यकता है।
अमेरिकी राजनयिक ने जोर देकर कहा कि यूएनएससी को ईरान से अपना रास्ता बदलने का आग्रह करना चाहिए कि तेहरान सरकार को इस संघर्ष में अपनी बयानबाजी को बढ़ाने से कुछ हासिल नहीं होने वाला है।
ईरानी विदेश मंत्री अराघची ने दी चेतावनी
इस बीच, ईरानी विदेश मंत्री अब्बास अराघची ने शनिवार को चेतावनी दी कि यदि संयुक्त राज्य अमेरिका इजरायल के साथ युद्ध में सक्रिय रूप से शामिल हो जाता है तो यह सभी के लिए बहुत, बहुत खतरनाक होगा।

