भोपाल, 11 जुलाई। मध्य प्रदेश विधानसभा की कार्यवाही मंगलवार को विपक्ष के भारी हंगामे के बीच दिनभर के लिए स्थगित कर दी गई। विपक्षी दल कांग्रेस सदन में सीधी मूत्र कांड और आदिवासियों पर अत्याचार के मुद्दे पर चर्चा की मांग कर रही थी। मध्य प्रदेश के सीधी जिले में एक व्यक्ति ने एक आदिवासी युवक पर पेशाब कर दिया था। इस घटना का वीडियो वायरल होने के बाद देशभर में आक्रोश फैल गया था।
विधानसभा के मंगलवार को शुरू हुए मॉनसून सत्र में नेता प्रतिपक्ष डॉ. गोविंद सिंह ने अध्यक्ष के समक्ष इन विषयों पर चर्चा की इजाजत देने की मांग की। विधानसभा में जब कांग्रेस नेता और मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमल नाथ ने उक्त मुद्दों पर बोलना शुरू किया, तो राज्य के संसदीय कार्य मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने इस आधार पर आपत्ति जताई कि व्यवसाय सलाहकार समिति ने इन मुद्दों पर आधारित नोटिस को लेकर कोई निर्णय नहीं लिया है।
कांग्रेस विधायक सज्जन सिंह वर्मा ने मिश्रा के कथन पर आपत्ति व्यक्ति की। इसके बाद कांग्रेस के विधायक आसन के समक्ष आ गए और नारेबाजी करने लगे। विधानसभा अध्यक्ष गिरीश गौतम ने सदन को पांच मिनट के लिए स्थगित कर दिया। सदन के दोबारा शुरू होने पर कांग्रेस सदस्यों ने विरोध जारी रखा। इसके बाद अध्यक्ष ने सूचीबद्ध कार्यों को पूरा कर सदन की कार्यवाही दिनभर के लिए स्थगित कर दी।