पटना, 15 दिसम्बर। बिहार में पिछले कुछ वर्षों से लागू शराबबंदी कानून के बावजूद आए दिन जहरीली देसी शराब से हो रही मौतों को लेकर सरकार सवालों के घेरे में है। बिहार विधानसभा के शीतकालीन सत्र में लगातार दूसरे दिन हंगामा देखने को मिला।
नीतीश बोले – बिहार में शराबबंदी सफल, जो नकली शराब पिएगा, वह तो मरेगा ही
इस क्रम में मुख्य विपक्षी दल भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) मुख्यमंत्री नीतीश के खिलाफ लगातार हमलावर है और दो दिन पहले जहरीली शराब से हुई 30 से ज्यादा मौतों के मुद्दे पर उनका इस्तीफा मांग रही है। वहीं नीतीश कुमार ने गुरुवार को बड़ा बयान देते हुए कहा कि जहरीली शराब से देशभर में लोग मरते हैं। बिहार में शराबबंदी सफल है। उन्होंने बिहार विधानसभा में ने कहा कि जो नकली शराब पिएगा, वह तो मरेगा ही।’
बिहार में शराबबंदी को लेकर उठाए जा रहे सवाल पर नीतीश कुमार ने कहा कि सारे दल के लोगों ने मिलकर ये फैसला किया था। एक-एक ने शपथ ली थी। समाज में आप कितना भी अच्छा काम कर लें, लेकिन कोई न कोई तो गड़बड़ करेगा ही। क्राइम को रोकने के लिए कानून बना है, लेकिन तो भी हत्या होती है। हालांकि भाजपा इस्तीफा मांग रही है और कह रही है कि इस कानून से कोई फायदा नहीं है। लेकिन नीतीश कुमार ने कहा कि शराबबंदी कानून से बहुत लोगों को फायदा है।
सीएम ने दोषियों पर काररवाई की बात कही
नीतीश कुमार ने बाद में मीडिया से कहा कि कितनी बड़ी संख्या में लोगों ने आज शराब को पीना छोड़ दिया। महिलाओं ने क्या-क्या कहा था कि जिनके पति पहले शराब पीते थे, आज वो छोड़ चुके हैं। बाहर से आते हैं तो सब्जी लेकर आते हैं। बच्चों को पढ़ने भेजते हैं। बहुत लोगों ने इसको स्वीकार कर लिया है।
अच्छे काम के लिए हमलोग कर रहे मदद
यह पूछे जाने पर कि क्या अब एक्शन होगा, इस पर नीतीश कुमार ने कहा, ‘हमने कहा कि जो यह असली काम कर रहा है उसको पकड़ो। जो गरीब है और ऐसे ही कर दिया है तो उसको समझाना है। जो यह काम कर रहे हैं, उन्हें सिर्फ समझाना ही नहीं है बल्कि उसको हमलोग यह कह रहे हैं यह काम मत करिए। दूसरा अच्छा काम करिए, उसके लिए हम लोग मदद भी कर रहे हैं।’
भाजपा पर किया पलटवार
जहरीली शराब से होने वाली मौतों को लेकर सीएम नीतीश ने भी भाजपा पर पलटवार किया। उन्होंने कहा, ‘बीजेपी वालों से पूछिए कि जहां जहां उनका शासन है, वहां जहरीली शराब से कितनी मौत हो रही है। कुछ नहीं बोलते हैं वे लोग। अभी तीन-चार महीने पहले जब वो लोग साथ थे, तब ये नहीं हो रहा था।’