बदायूं, 19 मार्च। यूपी के बदायूं में सिविल लाइंस कोतवाली क्षेत्र की बाबा कॉलोनी में मंगलवार शाम एक नाई ने घर में घुसकर दो मासूम भाइयों की उस्तरे से गला रेतकर नृशंस हत्या कर दी। हत्यारे ने तीसरे भाई पर भी वार किया, लेकिन वह बचकर भाग निकला। वारदात की खबर लगते ही हड़कंप मच गया। लोगों ने आरोपित समेत कई दुकानों में तोड़फोड़ की और आग लगा दी।
हत्याकांड की वजह साफ नहीं, तंत्र मंत्र की बातें सामने आ रहीं
दोहरे हत्याकांड की खबर शहर में आग की तरह फैली और देखते ही बवाल बढ़ गया तो पुलिस ने आरोपित की गिरफ्तारी के लिए दबिश देना शुरू कर दिया और घंटे भर बाद ही उसे एनकाउंटर में मार गिराया गया। फिलहाल मासूम भाइयों की हत्या की वजह साफ नहीं है। शुरुआती तौर पर तंत्र मंत्र की बातें सामने आ रही हैं। बताया जा रहा है कि आरोपित की पत्नी को बच्चा नहीं हो रहा था। किसी तांत्रिक के कहने पर उसने वारदात को अंजाम दिया है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार जल जीवन मिशन योजना में ठेकेदार विनोद ठाकुर बाबा कॉलोनी में पत्नी संगीता, मां मुन्नी देवी और बेटे आयुष (12), पीयूष (10) व आहान (6) के साथ रहता है। मंगलवार को वह दूसरे जिले में गए हुए थे। तीनों बच्चे तीसरी मंजिल पर छत पर खेल रहे थे और महिलाएं घर में थीं। घर के सामने ही मझिया रोड पर जाबिद और उसके भाई साजिद का हेयर कटिंग सैलून है। शाम करीब पांच दोनों भाइयों ने दुकान बंद की और फिर साजिद विनोद ठाकुर के घर पहुंच गया।
कुछ देर वह विनोद की पत्नी संगीता से बात करता रहा और बातों में फंसाकर उनसे चाय मांगी। संगीता चाय बनाने रसोईघर में चली गई। इसी बीच साजिद तीसरी मंजिल पर पहुंच गया और आयुष व आहान को दबोच लिया। दोनों बच्चों की छुरी से गला रेतकर उसने हत्या कर दी। शरीर पर छुरी से अन्य प्रहार भी किए। इसी बीच आयुष और आहान का मंझला भाई पीयूष भी वहां पहुंच गया। साजिद छुरी लेकर उस पर भी झपटा, जिससे पीयूष की उंगली जख्मी हो गई, लेकिन वह शोर मचाता हुआ नीचे भाग आया।
आरोपित साजिद भी उसके पीछे-पीछे नीचे आ गया और सड़क पर जाकर बाहर खड़ा हो गया। उसका मुंह खून से सना हुआ था। पीयूष के बताने पर बच्चों की दादी मुन्नी देवी और मां संगीता छत पर पहुंचीं। बच्चों के खून से लथपथ शव देखकर वहां कोहराम मच गया। कुछ देर में वहां पर भीड़ जमा हो गई।
दो समुदाय का मामला होने से तनाव
जैसे ही लोगों के बीच इस घटना की खबर फैली, क्षेत्र का माहौल तनावपूर्ण हो गया। दो समुदाय से जुड़ा मामला होने के कारण कुछ ही देर में स्थिति बिगड़ने लगी। लोगों ने आसपास स्थित हेयर कटिंग के कई सैलून में तोड़फोड़ कर दी। सूचना पर डीएम मनोज कुमार, एसएसपी आलोक प्रियदर्शी समेत कई थानों की फोर्स व अर्द्धसैन्य बल की टुकड़ी मौके पर पहुंच गई। देर रात एडीजी पीसी मीणा, कमिश्नर सौम्या अग्रवाल, और आईजी डॉ. राकेश सिंह भी बदायूं पहुंच गए।
घटना के मुख्य आरोपित साजिद को पुलिस ने पकड़ लिया, लेकिन वह धक्का देकर भाग निकला। इसके बाद पुलिस टीम उसके पीछे लग गई और शेखूपुर के जंगल में घेराबंदी कर ली। खुद को घिरा देखकर साजिद ने फायरिंग कर शुरू की तो पुलिस ने जवाबी काररवाई कर उसे मार गिराया।
आरोपित का दूसरा भाई भी पकड़ा गया, छावनी बना इलाका
अलापुर थाने की पुलिस ने साजिद के भाई जाबिद को भी पकड़ लिया और उसे एसओजी के हवाले कर दिया। उससे पूछताछ की जा रही है। दोनों बच्चों के शवों को कब्जे में लेकर पुलिस ने पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। तनाव को देखते हुए क्षेत्र में पुलिस और अर्द्धसैन्य बल तैनात किया गया है। फोरेंसिक समेत अन्य टीमों ने मौके पर जांच-पड़ताल कर साक्ष्य जुटाए हैं।
डीएम मनोज कुमार ने कहा कि घटना के कारणों को लेकर पुलिस जांच कर रही है। घटना बहुत ही दुखद हुई है। घटना के बाद आरोपित को पुलिस ने मुठभेड़ में ढेर कर दिया। लोगों से अपील है कि वे किसी भी अफवाह पर ध्यान न दें। शांति बनाये रखें और पुलिस प्रशासन का सहयोग करें। जिलेभर में पुलिस प्रशासन को अलर्ट करते हुए सतत गश्त व निगरानी के आदेश दिए गए हैं। जिन लोगों ने तोड़फोड़ व आगजनी की, उनके खिलाफ काररवाई की जाएगी।