मथुरा, 12 जून। उत्तर प्रदेश के जलशक्ति मंत्री डॉ. महेंद्र सिंह ने कहा है कि गंगा के समान ही यमुना नदी को भी ‘नमामि गंगे’ परियोजना के तहत अविरल एवं निर्मल बनाने के लिए बड़े पैमाने पर प्रयास किए जा रहे हैं। इस कड़ी में यमुना नदी में गिरने वाले सभी नालों को मलजल शोधन संयंत्रों से जोड़ा जा रहा है, ताकि वह हर प्रकार के प्रदूषण से बच सके। इसके अलावा यमुना को निरंतर जलयुक्त बनाए रखने के लिए उसमें अतिरिक्त जल के प्रवाह की व्यवस्था भी की जा रही है।
बाढ़ नियंत्रण के संबंध में कराए जा रहे कार्यों का स्थलीय निरीक्षण करने मथुरा आए डॉ. महेंद्र सिंह ने मीडिया से कहा कि यमुना की धारा को वर्ष पर्यंत बरकरार बनाए रखने के लिए राज्य सरकार ‘नमामि गंगे’ परियोजना के तहत बड़े स्तर पर कार्य करा रही है। उन्होंने बताया कि यदि हर वर्ष आने वाली बाढ़ से होने वाले नुकसान को बचाने के लिए समय पर कार्य कराए जाएं तो जान एवं माल के बड़े नुकसान को बचाया जा सकता है। सरकार यही कार्य कर रही है।
जलशक्ति मंत्री ने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस वर्ष जनवरी में ही बाढ़ नियंत्रण के उपायों पर काम कराने के लिए प्रचुर राशि जारी कर दी थी, जिससे बाढ़ नियंत्रण संबंधी अधिकतर कार्य पूर्ण कराए जा चुके हैं तथा शेष अब अंतिम चरण में हैं, जो बारिश शुरु होने से पूर्व ही पूरे करा लिए जाएंगे।