लखनऊ, 25 मई। समाजवादी पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव और प्रगतिशील समाजवादी पार्टी के प्रमुख शिवपाल यादव के बीच दिलों की दूरी अब विधानसभा में सीटों के फासले के साथ नजर आएगी। अभी तक अखिलेश यादव के ठीक पीछे बैठने वाले शिवपाल यादव ने अब भतीजे के पास नहीं बैठना चाहते हैं। उन्होंने विधानसभा अध्यक्ष से सीट बदलने की गुजारिश की है। बताया जा रहा है कि उन्होंने वरिष्ठता के आधार पर स्थान दिए जाने की मांग की है। वह सदन के सबसे वरिष्ठ सदस्यों में से एक हैं।
सूत्रों के मुताबिक, साइकिल चुनाव चिह्न पर जीतकर विधानसभा पहुंचे शिवपाल यादव सपा विधायकों के साथ नहीं बैठना चाहते हैं। 67 वर्षीय नेता इस समय जसवंत नगर सीट से विधायक हैं। कई साल पहले भतीजे अखिलेश से रास्ता अलग कर चुके शिवपाल ने इस बार गठबंधन के तहत सपा के सिंबल पर चुनाव लड़ा था।
- सपा के 17 विधायकों की बदली कुर्सी
विधानसभा में सपा सदस्यों ने विभिन्न कारणों से अपनी सीटे बदल दी हैं। कुछ वरिष्ठ सदस्यों को अब आगे की सीटें दी गई हैं। शिवपाल सिंह यादव ने भी अपनी सीट बदलने का अनुरोध किया है। सूत्रों के मुताबिक इकबाल महमूद व महबूब अली अगल बगल की सीट दी गई है। इसी तरह इरफान सोलंकी व उनके मित्र विधायक को साथ बैठने के लिए पहले से तय सीट बदल दी गईं हैं।
स्थूल काया वाले दो सदस्यों को अब डेस्क वाली सीट दी गई है। वरिष्ठ सदस्य दुर्गा यादव व आलम बदी को आगे की सीट दी गई है। दिलचस्प बात यह कि युवा सदस्य संग्राम सिंह व आशु मलिक को आगे की सीट आवंटित कर दी गई हैं।
- कुछ अभी भी खुश नहीं
बताया जा रहा है कि सपा के कुछ सदस्य अभी भी सीटिंग व्यवस्था से नाखुश हैं। वह बैठने के लिए आगे की सीट चाहते हैं। पार्टी के एक वरिष्ठ नेता का कहना है कि सदन में उसकी परफार्मेंस के आधार पर पार्टी नेतृत्व तय करता है कि कौन-कहां बैठेगा। सपा के अनुरोध पर सीट पर नाम की चिप बदल दी गई है।