सीतापुर, 5 अक्टूबर। उत्तर प्रदेश पुलिस ने मंगलवार को स्पष्ट किया कि कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी को हिरासत में नहीं रखा गया है बल्कि उनकी गिरफ्तारी की गई है। उनके लिए सीतापुर के पीएसी गेस्ट हाउस में अस्थाई जेल बनाई गई है। प्रियंका के अलावा हरियाणा से कांग्रेस के राज्यसभा सांसद दीपेंद्र हुड्डा और उत्तर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय लल्लू समेत कुल 11 लोगों के खिलाफ पुलिस ने धारा 151, 107, 116 के तहत केस दर्ज किया गया है।
गौरतलब है गत रविवार को लखीमपुर खीरी में हुई खूनी हिंसा के बाद किसानों से मिलने जा रहीं कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी को पुलिस ने सोमवार की भोर हरगांव में रोक लिया था और लगभग 30 घंटे से भी ज्यादा समय तक सीतापुर पीएसी गेस्टहाउस में हिरासत में रखने के बाद उनकी नजरबंदी के बारे में स्थिति स्पष्ट की।
सीतापुर पीएसी गेस्ट हाउस अस्थायी जेल में तब्दील
पुलिस का कहना है कि प्रियंका गांधी की गिरफ्तारी चार अक्टूबर की भोर में साढ़े चार बजे की गई थी। गिरफ्तारी के बाद उन्हें सीतापुर में पीएसी बटालियन के गेस्ट हाउस में रखा गया है। इस गेस्ट हाउस में उनके लिए अस्थाई जेल बनाई गई है।
प्रियंका ने दिन में ट्वीट के जरिए अपनी हिरासत पर उठाए थे सवाल
दिलचस्प यह है कि प्रियंका गांधी ने आज पूर्वाह्न में दो अलग-अलग ट्वीट के जरिए केंद्र सरकार पर निशाना साधा था। एक ट्वीट में उन्होंने पीएम नरेंद्र मोदी से कहा था कि उन्हें बिना कारण 28 घंटे से ज्यादा समय से हिरासत में रखा गया है। एक अन्य ट्वीट में लखीमपुर हिंसा का एक वीडियो दिखाते हुए उन्होंने पीएम मोदी से ही केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्र की बर्खास्तगी और उनके बेटे आशीष की गिरफ्तारी की मांग उठाई थी।
चिदम्बरम बोले – यह कृत्य गैरकानूनी और शर्मनाक
इस बीच प्रियंका गांधी की गिरफ्तारी और उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज किए जाने को लेकर कांग्रेस पार्टी ने नाराजगी जाहिर की है। पूर्व केंद्रीय मंत्री पी. चिदम्बरम ने मुखर विरोध करते हुए कहा कि यह पूरी तरह गैरकानूनी और बेहद शर्मनाक है।
चिदंबरम ने कहा कि प्रियंका गांधी को सूर्योदय से पहले साढ़े चार बजे एक पुरुष पुलिस अधिकारी द्वारा गिरफ्तार किया गया। इसके बाद उन्हें अब तक किसी ज्यूडिशियल मजिस्ट्रेट के सामने नहीं पेश किया गया। उन्होंने कहा कि यह कृत बिल्कुल कानून के खिलाफ है।