लखनऊ, 5 मई। ललितपुर में रेप कांड पर पुलिस सवालों के घेरे में है। इस घटना के बाद से विपक्ष भी लगातार सरकार पर हमले कर रहा है। अब इस मामले में राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने संज्ञान लिया है. आयोग ने चार हफ्ते के अंदर इस मामले की रिपोर्ट पर जवाब मांगा है।
- चार हफ्ते में मांगी रिपोर्ट
ललितपुर में रेप केस के मामले में राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने खुद संज्ञान लिया है। आयोग ने इस पूरे मामले की रिपोर्ट चार हफ्तों के अंदर मांगी है। आयोग ने इस मामले में यूपी के मुख्य सचिव और पुलिस महानिदेशक को नोटिस जारी किया है। वहीं पाली थाना के फरार चल रहे इंस्पेक्टर को गिरफ्तार कर लिया गया है।
इसकी जानकारी देते हुए प्रयागराज रेंज के एडीजी प्रेम प्रकाश ने बताया कि सुबह हमें सूचना मिली थी। ये सूचना एडीजी कानपुर जोन द्वारा दी गई थी। एक आरोपी इंस्पेक्टर है, जिसपर धारा 376 का मामला दर्ज है। उसकी लोकेशन प्रयागराज में मिल रही है। उन्होंने भी अपनी एक टीम भेंजी थी, हमने लोकल मदद कर गिरफ्तारी में सहयोग किया।
- क्या है मामला?
यूपी के ललितपुर में पुलिस ने ऐसा घिनौना कांड किया है। दरअसल, ललितपुर के पाली की एक नाबालिग लड़की रेप का शिकार हुई थी। अपने साथ हुए जुल्म की शिकायत करने जब वो थानेदार के पास पहुंची तो आरोप है कि थानेदार ने उसके साथ रेप किया। जबकि इससे पहले नाबालिग को मोहल्ले के ही तीन लड़के 22 अप्रैल को बहला फुसलाकर भोपाल ले गए थे। वहां नाबालिग का बलात्कार किया गया और बाद में लड़की को घर छोड़ दिया गया।