लखनऊ, 9 जून। यूपी विधानपरिषद में पहली बहुमत हासिल करने के बाद बीजेपी की ताकत और बढ़ने जा रही है। आज डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य सहित 9 प्रत्याशियों ने नामांकन कर दिया। मंत्री नरेन्द्र कश्यप कोरोना पॉजिटिव होने के चलते खुद नहीं आ सके। उन्होंने प्रस्तावक के जरिए नामांकन किया। इस दौरान सीएम योगी भी मौजूद रहे।
विधानपरिषद में कुल 13 सीटें खाली हो रही हैं। संख्या बल के हिसाब से बीजेपी को 9 सीटें और समाजवादी पार्टी को 4 सीटों पर जीत मिलने में कोई कठिनाई नहीं आने वाली है। दोनों पार्टियों ने अपने-अपने संख्या बल के हिसाब से ही उम्मीदवार खड़े किए हैं। लिहाजा सभी 13 प्रत्याशियों का निर्विरोध निर्वाचन तय माना जा रहा है। आज नामांकन का आखिरी दिन है। शाम तीन बजे तक प्रत्याशी अपना नामांकन कर सकते हैं लेकिन अभी तक किसी अन्य दल ने उम्मीदवार देने का संकेत नहीं दिया है।
बता दें कि यूपी विधानसभा चुनाव में बहुमत हासिल करने के एक महीने बाद ही भाजपा ने विधानपरिषद में भी बहुमत हासिल करके इतिहास रच दिया था। भाजपा ने स्थानीय निकाय प्राधिकार क्षेत्र से विधान परिषद की खाली 36 सीटों में से 33 पर जीत हासिल कर ली थी। इस तरह बीजेपी का विधान परिषद की 100 में से 67 सीटों पर कब्जा हो गया था। अब उच्च सदन में योगी सरकार की ताकत और बढ़ रही। नौ सीटों पर उसके उम्मीदवारों का निर्विरोध निर्वाचन तय माना जा रहा है।
- बीजेपी उम्मीदवारों में 7 मंत्री हैं शामिल
यूपी एमएलसी चुनाव के लिए बीजेपी ने जिन नौ उम्मीदवारों को टिकट दिया है उनमें डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य सहित 7 मंत्री शामिल हैं। इनमें से दो मंत्रियों का कार्यकाल खत्म हो रहा है जबकि पांच किसी सदन के सदस्य नहीं हैं। डिप्टी सीएम केशव मौर्य और पंचायती राज मंत्री भूपेन्द्र सिंह का विधानपरिषद का कार्यकाल छह जुलाई को समाप्त हो रहा है।
सहकारिता मंत्री जेपीएस राठौर, पिछड़ा वर्ग कल्याण राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार नरेंद्र कश्यप, आयुष राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार दयाशंकर मिश्र दयालु, संसदीय कार्य एवं औद्योगिक विकास राज्यमंत्री जसवंत सैनी और अल्पसंख्यक कल्याण राज्यमंत्री दानिश आजाद अंसारी अभी किसी सदन के सदस्य नहीं हैं। इनके अलावा पार्टी ने बनवारीलाल दोहरे और मुकेश शर्मा् को भी उम्मीदवार बनाया है।