लखनऊ, 4 अप्रैल। यूपी सरकार में मंत्री दयाशंकर सिंह और पूर्व मंत्री स्वाति सिंह का तलाक हो गया। लखनऊ के अपर प्रधान न्यायाधीश देवेंद्र नाथ सिंह ने तलाक की अर्जी पर मंगलवार को यह फैसला सुनाया। 18 मई 2001 को शादी के बंधन में बंधे दयाशंकर सिंह और स्वाति सिंह के बीच पिछले कुछ वर्षों से अनबन चल रही थी। स्वाति ने वर्ष 2012 में भी तलाक की अर्जी दाखिल की थी।
गौरतलब है कि यूपी चुनाव से ठीक पहले स्वाति सिंह का एक ऑडियो वायरल होने के बाद पति-पत्नी का विवाद चर्चाओं में आ गया था। इसके बाद ही भाजपा ने स्वाति सिंह का टिकट काट दिया और दयाशंकर सिंह को बलिया नगर से मैदान में उतारा। दयाशंकर सिंह चुनाव जीतकर विधायक भी बन गए हैं। इसके बाद उन्हें मंत्री भी बना दिया गया।
इस बीच स्वाति सिंह फिर फैमिली कोर्ट पहुंच गईं। इससे पहले स्वाति सिंह ने 2012 में दयाशंकर से तलाक लेने की अर्जी कोर्ट में दी थी। लेकिन मंत्री बनने के बाद केस की पैरवी बंद कर दी। 2018 में फैमिली कोर्ट ने दोनों पक्षों के कोर्ट नहीं पहुंचने पर केस ही बंद कर दिया था। इसके बाद स्वाति सिंह दोबारा केस खोलने के लिए फैमिली कोर्ट पहुंचीं। उनकी अर्जी पर एडिशनल प्रिंसिपल जज फैमिली कोर्ट ने आर्डर रिजर्व कर लिया था।