लखनऊ, 12 मई। बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की अध्यक्ष मायावती ने जेल में बंद समाजवादी पार्टी (सपा) के वरिष्ठ विधायक आज़म खान के साथ उत्तर प्रदेश की भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सरकार द्वारा अन्याय किए जाने का आरोप लगाया है। मायावती ने सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव से नाराज बताए जा रहे आजम के लिए हमदर्दी व्यक्त करते हुए गुरुवार को भाजपा शासित राज्यों में कांग्रेस सरकारों की तर्ज पर विरोधी दलों के नेताओं, गरीबों, दलितों और मुस्लिमों पर ज़ुल्म करने का आरोप लगाया।
उन्होंने ट्वीट कर कहा, “यूपी व अन्य भाजपा शासित राज्यों में भी, कांग्रेस की ही तरह, जिस प्रकार से टारगेट करके गरीबों, दलितों, अदिवासियों एवं मुस्लिमों को जुल्म-ज्यादती व भय आदि का शिकार बनाकर उन्हें परेशान किया जा रहा है यह अति-दुःखद, जबकि दूसरों के मामलों में इनकी कृपादृष्टि जारी है।”
मायावती ने रामपुर से सपा विधायक आज़म खान का उदाहरण देते हुए कहा, “इसी क्रम में यूपी सरकार द्वारा अपने विरोधियों पर लगातार द्वेषपूर्ण व आतंकित कार्यवाही तथा वरिष्ठ विधायक मोहम्म्द आज़म खान को करीब सवा दो वर्षों से जेल में बन्द रखने का मामला काफी चर्चाओं में है, जो लोगों की नजर में न्याय का गला घोंटना नहीं तो और क्या है?”
एक अन्य ट्वीट में उन्होंने कहा, “साथ ही, देश के कई राज्यों में जिस प्रकार से दुर्भावना व द्वेषपूर्ण रवैया अपनाकर प्रवासियों व मेहनतकश समाज के लोगों को अतिक्रमण के नाम पर भय व आतंक का शिकार बनाकर, उनकी रोजी-रोटी छीनी जा रही है, वह अनेकों सवाल खड़े करता है जो अति-चिन्तनीय भी है।”
गौरतलब है कि आजम खान कई आपराधिक मामलों में पिछले दो साल से अधिक समय से जेल में बंद हैं। लगभग सभी लम्बित मामलों में उन्हें अदालत से जमानत मिलने के बाद हाल ही में दो साल पुराने फर्जी दस्तावेज बनवाने के एक अन्य मामले में यूपी पुलिस ने उनके खिलाफ आरोप पत्र दायर कर दिया। इससे उनके जेल से फिलहाल रिहा होने की उम्मीद पर पानी फिर गया। आज़म को जेल से बाहर आने के लिए इस मामले में भी अदालत से जमानत लेनी होगी। इस बीच मायावती ने आजम खान के साथ ज़ुल्म होने की बात कह कर सियासी हलचल बढ़ा दी है।