प्रयागराज, 21 जनवरी। यूपी बोर्ड की हाईस्कूल और इंटरमीडिएट परीक्षा-2023 को नकल विहीन संपन्न कराने के लिए शासन ने कड़े निर्णय लिए हैं। 21 जनवरी यानी आज प्रायोगिक परीक्षा शुरू होने के एक दिन पूर्व महानिदेशक स्कूल शिक्षा विजय किरन आनंद ने शिक्षाधिकारियों के साथ वीडियो कांफ्रेंसिंग में तैयारियों की समीक्षा की। उन्होंने कहा कि हर हाल में नकलविहीन परीक्षा संपन्न कराई जानी है। नकल में केंद्र व्यवस्थापक, कक्ष निरीक्षक से लेकर किसी की भी संलिप्तता मिलने पर रासुका के तहत कार्रवाई की जाएगी। इतना ही नहीं, कुर्की कार्रवाई भी अमल में लाई जाएगी।
इस बार परीक्षा केंद्र जिला प्रशासन के साथ मिलकर बनी कमेटी की संस्तुति पर बनाए गए हैं। उन विद्यालयों को परीक्षा केंद्र नहीं बनाया गया है, जिसके खिलाफ एसटीएफ ने रिपोर्ट दी है। इसके अलावा प्रश्नपत्रों के रखरखाव के लिए प्रधानाचार्य कक्ष से अलग कक्ष को स्ट्रांग रूम बनाने के निर्देश दिए हैं, जो डबल लॉक में होंगे।
महानिदेशक विजय किरन आनंद ने बताया कि नकल मामले में किसी को भी बख्शा नहीं जाएगा। वाडियो कांफ्रेंसिंग में माध्यमिक शिक्षा निदेशक डॉ. महेंद्र देव, यूपी बोर्ड सचिव दिब्यकांत शुक्ल, प्रयागराज क्षेत्रीय कार्यालय की अपर सचिव विभा मिश्रा सहित सभी क्षेत्रीय कार्यालयों के अपर सचिव, सभी मंडलीय संयुक्त शिक्षा निदेशक एवं डीआइओएस शामिल रहे।
- जहां सीसीटीवी नहीं, वहां पास के स्कूल में होगी परीक्षा
इंटरमीडिएट प्रायोगिक परीक्षा के प्रथम चरण की शुरुआत शनिवार से होगी। पहले चरण में आगरा, सहारनपुर, बरेली, लखनऊ, झांसी, चित्रकूट, अयोध्या, आजमगढ़, देवीपाटन और बस्ती मंडल में परीक्षा होगी, जो 28 जनवरी तक चलेगी। जिन विद्यालयों में सीसीटीवी की सुविधा नहीं है, वहां पंजीकृत छात्र- छात्राओं के लिए सीसीटीवी सुविधा वाले नजदीकी विद्यालय को प्रायोगिक परीक्षा के लिए केंद्र निर्धारित किया गया है।