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यूपी के किसानों का नोएडा एक्सप्रेसवे पर धरना खत्म, 6 घंटे बाद खुला दिल्ली-नोएडा रूट, महाजाम से दिनभर रही परेशानी

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नई दिल्ली, 8 फरवरी। उत्तर प्रदेश के किसानों का विभिन्न मांगों को लेकर नोएडा एक्सप्रेसवे पर धरना गुरुवार की देर रात खत्म हो गया। इसके साथ ही करीब छह घंटे बाद दिल्ली-नोएडा रूट खुल गया, जहां बॉर्डर पर किसानों के प्रदर्शन के कारण महाजाम की स्थिति बन गई थी और दिनभर लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा।

नोएडा पुलिस कमिश्नर के साथ बैठक के बाद किसानों ने छोड़ा एक्सप्रेसवे

प्राप्त जानकारी के मुताबिक किसानों की रात 8 बजे नोएडा पुलिस कमिश्नर लक्ष्मी सिंह के साथ मीटिंग हुई। पुलिस कमिश्नर ने किसानों से 11 फरवरी तक का समय मांगा है। 11 फरवरी के बाद हाई पावर कमेटी बनेगी। कमेटी में तीनों प्राधिकरण के सीईओ चेयरमैन, औद्योगिक विकास मंत्री और विधायक सांसद को शामिल करने के लिए कहा गया है।

पुलिस कमिश्नर ने किसानों से 11 फरवरी तक का समय मांगा

हालांकि किसानों ने कहा कि कमिश्रर के साथ मीटिंग का कोई नतीजा नहीं निकला। नोएडा प्राधिकरण के दफ्तर के बाहर किसानों का प्रदर्शन जारी रहेगा। 11 फरवरी के बाद यदि हाई पावर कमेटी बनाकर मांगें मानी गईं, तभी धरना प्रदर्शन खत्म होगा। अभी नोएडा प्राधिकरण, ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण और NPTC के खिलाफ धरना जारी रहेगा। फिलहाल नोएडा कमिश्नर के आश्वासन पर किसानों ने एक्सप्रेसवे छोड़ दिया है।

इसके पूर्व दिन में पुलिस ने प्रदर्शन को देखते हुए रूट्स को डायवर्ट कर दिया था। क्रेन, बुलडोजर, वज्र वाहन और ड्रोन कैमरे से निगरानी भी की गई थी। किसानों के विरोध प्रदर्शन के चलते दिल्ली-नोएडा बॉर्डर पर लंबा जाम लग गया। कई रूट्स को डायवर्ट कर दिया गया ताकि, लोगों को थोड़ी कम परेशानी का सामना करना पड़े।

किसानों ने इसलिए खोला मोर्चा

उल्लेखनीय है कि किसान संगठन दिसम्बर, 2023 से नोएडा और ग्रेटर नोएडा विकास प्राधिकरण द्वारा अधिग्रहीत अपनी जमीनों के बदले बढ़ा हुआ मुआवजा और भूखंड देने की मांग को लेकर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। इसी क्रम में किसान समूहों ने अपनी मांगों को लेकर राज्य सरकार और स्थानीय प्रशासन पर दबाव बढ़ाने के लिए सात फरवरी को ‘किसान महापंचायत’ बुलाई थी और आठ को राजधानी दिल्ली में संसद तक विरोध मार्च निकालने का एलान किया था। हालांकि उन्होंने दिल्ली बॉर्डर पर ही रोक दिया गया था।

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