लखनऊ, 10 फरवरी। उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनाव 2022 में कांग्रेस की 40 प्रतिशत महिलाओं को प्रत्याशी बनाने की योजना से महिलाएं ही प्रभावित हैं। कांग्रेस के ‘लड़की हूं लड़ सकती हूं’ अभियान की पोस्टर गर्ल डा प्रियंका मौर्या के बाद अब दूसरी पोस्टर गर्ल वंदना सिंह के पार्टी को छोड़ देने से कांग्रेस के नारी सशक्तिकरण अभियान को बड़ा झटका लगा है। कांग्रेस के ‘लड़की हूं लड़ सकती हूं’ अभियान की पोस्टर गर्ल वंदना सिंह ने भी पार्टी से इस्तीफा दे दिया है। वंदना यूपी महिला कांग्रेस के मध्य जोन की उपाध्यक्ष के पद पर जिम्मेदारी संभाल रही थीं। वंदना सिंह ने कांग्रेस पर गंभीर आरोप लगाया है।
उन्होंने कहा पार्टी में ईमानदार कार्यकर्ताओं की अनदेखी हो रही है। टिकट वितरण में दलाली की जा रही है। कांग्रेस की पदाधिकारी होते हुए भी महिलाओं को प्रियंका गांधी से मिलने का मौका नहीं मिलता। वदंना सिंह ने बताया कि वह दो वर्ष से प्रियंका गांधी से ही नहीं मिल सकीं। उनका आरोप है कि प्रियंका गांधी तो कुछ चाटुकारों से घिरी रहने के कारण पार्टी के पदाधिकारियों से भी मुलाकात नहीं करतीं है। वंदना सिंह ने प्रियंका गांधी पर आरोप लगाते हुए कहा कि पार्टी में पुराने लोगों को नहीं पूछा जा रहा है जबकि नए लोगों को पार्टी टिकट दे रही है।
वंदना सिंह ने कहा कि मैं कांग्रेस की महिला प्रदेश उपाध्यक्ष भी हूं और जब प्रियंका गांधी ने लड़की हूं लड़ सकती हूं का नारा दिया और 40 फीसदी टिकट महिलाओं को देने के लिए कहा, तो हमें लगा कि अब हमें भी मौका मिलेगा। अब पता चला कि 25 वर्ष से मेहनत कर रहे हैं लोगों को टिकट नहीं मिला ,बल्कि कल के आए हुए लोगों को टिकट मिल रहा है। एक बड़ा आरोप यह भी लगाया है कि कांग्रेस में टिकट की दलाली हो रही है।
वंदना सिंह का कहना है कि कांग्रेस की पदाधिकारी होने के बावजूद भी उन्हें राष्ट्रीय महासचिव से मिलने का मौका नहीं मिलता। यदि इसी तरह पुराने लोगों को नजरअंदाज किया गया तो कोई पार्टी का झंडा उठाने वाला नहीं है। वंदना ने कहा कि उन्होंने इस्तीफा देने से पहले पार्टी के शीर्ष नेतृत्व और प्रियंका गांधी से मुलाकात की कोशिश की, लेकिन समय नहीं दिया गया।
वंदना सिंह भी बुधवार को भाजपा में शामिल हो गई हैं। इनसे पहले कांग्रेस की पोस्टर गर्ल प्रियंका मौर्या ने भी कांग्रेस छोड़कर भाजपा की सदस्यता ले ली थी। जनवरी में कांग्रेस की पोस्टर गर्ल रहीं प्रियंका मौर्या ने भी पार्टी छोड़ दी थी। उन्होंने भी प्रियंका गांधी पर उपेक्षा का आरोप लगाया था और कहा था कि पार्टी में ईमानदार लोगों को तरजीह नहीं दी जा रही है। प्रिंयका मौर्या ने भी प्रिंयका गांधी के निजी सचिव संदीप सिंह पर पैसे लेकर टिकट बेचने का आरोप लगाया था।