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यूपी : सपा मीडिया सेल के संचालक मनीष अग्रवाल को मिली जमानत, अभद्र टिप्पणी करने के आरोप में दर्ज है केस

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लखनऊ, 10 जनवरी। जिला जेल में बंद सपा मीडिया सेल के संचालक मनीष जगन अग्रवाल को जेल प्रशासन ने रिहा कर दिया। रिहाई की सूचना पाकर जेल के बाहर सपा नेता व कार्यकर्ताओं का जमावड़ा लग गया। जेल से निकलते ही पहले से बाहर मौजूद मनीष के साथियों ने उसे गले लगाने के साथ ही कंधे पर उठा लिया। इस दौरान मनीष ने अखिलेश यादव जिंदाबाद के नारे लगाए।

पुलिस ने आपत्तिजनक ट्वीट के मामले में रविवार सुबह करीब 10.30 बजे मनीष को गिरफ्तार कर जेल भेजा था। उनके खिलाफ हजरतगंज थाने में चार मुकदमें दर्ज हैं। एसीपी मुख्यालय शिवाजी की कोर्ट से मनीष जगन को जमानत मिली। वरिष्ठ जेल अधीक्षक आशीष तिवारी के मुताबिक रिहाई आदेश मिलने पर रिहा कर दिया गया।

मालूम हो कि मनीष की गिरफ्तारी से खफा पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव उससे मिलने रविवार जेल पहुंच गए थे। हालांकि जेल प्रशासन ने सप्ताहिक अवकाश होने की बात कहकर रविवार को सपा प्रमुख की मनीष से मुलाकात कराने से इंकार कर दिया था। साथ ही हाई प्रोफाइल मामला होने के चलते जेल प्रशासन ने मनीष को मुलाहिजा बैरक मे कड़ी निगरानी में रखा था।

मैनपुरी लोकसभा उपचुनाव से सपा और भाजपा के बीच सोशल मीडिया पर चल रही लड़ाई अब सड़क पर आ गई है। दोनों दलों के प्रवक्ताओं व पदाधिकारियों ने ट्विटर पर एक दूसरे के खिलाफ निंदनीय और अभद्र भाषा का इस्तेमाल किया। ऑनलाइन जुबानी जंग की जानकारी बड़े नेताओं को भी थी, लेकिन किसी ने रोकने की जहमत नहीं उठाई। इसी का नतीजा रहा कि अब मामला मुकदमे और गिरफ्तारी तक पहुंच गया है। हालांकि दोनों ओर सुलग रही आक्रोश की यह चिंगारी कभी भी बड़े आंदोलन का रूप ले सकती है।

भाजपा प्रवक्ता राकेश त्रिपाठी, मनीष शुक्ला और आलोक अवस्थी ने बीते दिनों मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात कर सपा के ट्विटर संचालक मनीष जगन अग्रवाल के खिलाफ कार्रवाई का आग्रह किया था। सूत्रों के मुताबिक, सपा की ओर से युवा मोर्चा की महिला पदाधिकारी ऋचा राजपूत के खिलाफ अभद्र और अश्लील टिप्पणी करने के बाद मनीष को गिरफ्तार किया गया। वहीं, एक न्यूज चैनल की डिबेट में मुख्यमंत्री पर अभद्र टिप्पणी करने वाले सपा प्रवक्ता अनुराग भदौरिया अब भी फरार चल रहे हैं।

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