ऋषिकेश, 16 जून। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ रविवार को अपराह्न उत्तराखंड के ऋषिकेश एम्स पहुंचे, जहां उन्होंने सबसे पहले अपनी मां सावित्री देवी से मिलकर उनका हाल जाना और डॉक्टरों से उनके स्वास्थ्य की जानकारी ली। इसके बाद उन्होंने रुद्रप्रयाग हादसे में घायल हुए लोगों से भी मुलाकात कर उनके स्वास्थ्य के बारे में भी पूछताछ की। उन्होंने एम्स के चिकित्सकों को रुद्रप्रयाग हादसे के सभी घायलों का उचित उपचार करने के निर्देश भी दिए।
उल्लेखनीय है कि योगी आदित्यनाथ की मां को कुछ दिन पहले आंखों में परेशानी हुई थी। इसके बाद सावित्री देवी को जांच के लिए ऋषिकेश एम्स लाया गया था, जहां डॉक्टरों ने उन्हें भर्ती किया और संबंधित टेस्ट किए। सावित्री देवी के भर्ती होने के बाद उत्तराखंड के स्वास्थ्य मंत्री धन सिंह रावत ने भी एम्स पहुंचकर उनसे मुलाकात की थी। इसके बाद रविवार को प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने भी उनका हाल जाना और उनके स्वास्थ्य की जानकारी ली।
सीएम योगी आदित्यनाथ रविवार दोपहर में हेलीकॉप्टर से एम्स ऋषिकेश के हैलीपैड पर उतरे। यहां हरिद्वार लोकसभा सांसद त्रिवेंद्र सिंह रावत, उत्तराखंड के स्वास्थ्य मंत्री डॉ. धन सिंह रावत व एम्स की कार्यकारी निदेशक प्रो. नीतू सिंह ने पुष्पगुच्छ भेंटकर सीएम योगी का स्वागत किया।
मां के वार्ड में लगभग 30 मिनट तक रहे सीएम योगी
इसके बाद सीएम योगी सबसे पहले एम्स में छठी मंजिल पर वृद्धावस्था विभाग (जिरियाट्रिक वार्ड) में भर्ती मां सावित्री देवी से मिलने पहुंचे। उन्होंने चिकित्सकों से मां की नेत्र संबंधी समस्या एवं स्वास्थ्य और उपचार से जुड़ी आवश्यक जानकारी ली।
सीएम योगी मां के वार्ड में करीब 30 मिनट तक रहे। इसके बाद सीएम योगी ट्रामा सेंटर में भर्ती रुद्रप्रयाग हादसे के घायलों का हाल जानने पहुंचे। उन्होंने कई उपचाराधीन घायलों के पास पहुंचकर उनके स्वास्थ्य के बारे में जानकारी ली।
इस दौरान सीएम योगी ने एम्स कार्यकारी निदेशक प्रो. नीतू सिंह से सभी घायलों को बेहतर उपचार देने को कहा। इस अवसर पर राज्य महिला आयोग अध्यक्ष कुसुम कंडवाल, यमकेश्वर विधायक रेनू बिष्ट, निवर्तमान महापौर अनीता ममगाईं, जिलाधिकारी देहरादून सोनिका, एसएसपी देहरादून अजय सिंह, एसडीएम ऋषिकेश कुमकुम जोशी व कई अन्य उपस्थित रहे।
गौरतलब है कि शनिवार को उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग में तीर्थयात्रियों को लेकर जा रही एक बस दुर्घटनाग्रस्त हो गई थी। हादसे में 14 लोगों के मारे जाने और 12 लोगों के घायल होने की खबर है। इस हादसे में जान गंवाने वाले पांच लोग उत्तर प्रदेश के रहने वाले थे।