लखनऊ, 22 फरवरी। योगी सरकार बुधवार को विधानमंडल में वित्तीय वर्ष 2023-24 का बजट पेश करेगी। वित्त मंत्री सुरेश कुमार खन्ना सुबह 11 बजे विधान सभा में बजट प्रस्तुत करेंगे। योगी सरकार के दूसरे कार्यकाल का यह दूसरा बजट होगा। अगले साल होने वाले लोक सभा चुनाव के दृष्टिगत सरकार बजट के जरिये युवाओं, महिलाओं, किसानों और कामगारों को साधने के जतन करेगी। चुनावी राह आसान करने के लिए सड़क-सेतुओं के निर्माण समेत बुनियादी ढांचे के विकास पर भी जोर होगा।
- बजट में हो सकती है कुछ नई योजनाओं की घोषणा
प्रदेश की अर्थव्यवस्था को एक ट्रिलियन डालर का आकार देने के उद्देश्य से हाल ही में आयोजित यूपी ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट में प्राप्त निवेश प्रस्तावों को धरातल पर उतारने के क्रम में निवेशकों को दिये जाने वाले प्रोत्साहनों के लिए भी सरकार बजट में संसाधन जुटाएगी।
भाजपा के लोक कल्याण संकल्प पत्र की घोषणाओं को भी बजट में स्थान मिलने की उम्मीद है। बजट में कुछ नई योजनाओं की घोषणा हो सकती है। अगले वित्तीय वर्ष के बजट का अनुमानित आकार लगभग सात लाख करोड़ रुपये हो सकता है। राज्य सरकार का पिछले वर्ष का मूल बजट 6.15 लाख करोड़ रुपये और अनुपूरक बजट 33,769 करोड़ रुपये का था।
- उच्च शिक्षित युवाओं के लिए शुरू हो सकती है मुख्यमंत्री शिक्षुता योजना
बजट में युवाओं के लिए कई घोषणाएं हो सकती हैं। युवाओं के लिए रोजगार की संभावनाएं बढ़ाने के उद्देश्य से डिप्लोमा और स्नातक डिग्रीधारकों के लिए मुख्यमंत्री शिक्षुता प्रोत्साहन योजना का एलान हो सकता है। इसके लिए बजट में 100 करोड़ रुपये की धनराशि आवंटित की जा सकती है।
प्रदेश के तीन असेवित मंडलों-मुरादाबाद, देवीपाटन और मीरजापुर में राज्य विश्वविद्यालयों की स्थापना के लिए 50-50 करोड़ रुपये दिए जा सकते हैं। टाटा टेक्नोलाजीस के सहयोग से प्रदेश के 150 औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों के उच्चीकरण के लिए 940 करोड़ रुपये की धनराशि आवंटित की जा सकती है। युवाओं को स्मार्टफोन और टैबलेट देने के लिए भी बजट प्राविधान किया जाएगा।