लखनऊ, 28 नवंबर। उत्तर प्रदेश विधानसभा के शीतकालीन सत्र की शुरुआत आज मंगलवार से हो गई है। यह चार तीन दिन तक चलेगा। सत्र के पहले दिन प्रमुख विपक्षी दल सपा के विधायक काले वस्त्र पहने नजर आए। इस पर समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा, “ये सरकार और नई नियमावली का विरोध है। लोकतंत्र को कमजोर करना चाहते हैं। जनता ने हमें चुनकर भेजा है। सरकार नहीं चाहती कि हम सरकार के सामने जनता के सवाल उठाएं इसीलिए नए नियम ला रहे हैं। हम लोकतंत्र की मर्यादा में रहकर अपने सवाल उठाएंगे।”
वहीं, भाजपा नेता सिद्घार्थनाथ सिंह ने कहा कि विपक्ष के लोगों को जनता ने सदन में चर्चा के लिए भेजा है लेकिन वो यहां प्रदर्शनकारी बनते हैं। ये लोग जनता के मुद्दे नहीं उठाना चाहते हैं।
सपा नेता शिवपाल सिंह यादव ने सोशल मीडिया साइट एक्स पर सरकार की नाकामियां गिनाते हुए कहा कि यूपी सरकार बिजली, पानी और सड़क के मोर्चे पर पूरी तरह असफल साबित हुई है। सरकार खेती, किसानी और कानून व्यवस्था के मुद्दे पर भी नाकाम हुई है। सरकार सदन चलाने से भागती है और संवाद नहीं करना चाहती है।
शीतकालीन सत्र की कार्यवाही विधानसभा की कार्य संचालन नियमावली 2023 के अनुसार संचालित होगी। नई नियमावली के तहत विधायक सदन में मोबाइल, बैनर, झंडा और शस्त्र लेकर प्रवेश नहीं कर सकेंगे। सपा ने इस नियमावली का विरोध किया है। विधानसभा सदस्य सदन में प्रदेश में किसी भी जगह से वर्चुअली भी शामिल हो सकेंगे।