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यूपी के सोनभद्र में अनूठा शादी समारोह : 3 पीढ़ियों के 6 जोड़ों ने एक ही मंडप में लिए 7 फेरे

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सोनभद्र, 26 अप्रैल। उत्तर प्रदेश के सोनभद्र जिले में एक अजूबा नजारा देखने को मिला, जब तीन पीढ़ियों को छह जोड़ों यानी दादा-दादी, माता-पिता और दो बेटों व बहुओं ने एक ही मंडप में सात फेरे लिए।

जिले की दुद्धी तहसील के दिघुल गांव में एक ही मंडप में तीन पीढ़ियों के छह जोड़ों की एक साथ हुई शादी इस समय पूरे क्षेत्र में चर्चा का विषय बनी हुई है। हालांकि इस ऐतिहासिक शादी समारोह की वजह भी अजीबोगरीब रही।

परिवार में प्रेम विवाह की परंपरा को सामाजिक मान्यता नहीं थी

दरअसल, परिवार में कई पीढ़ियों से हो रहे प्रेम विवाह को हिन्दू रीति रिवाज के अनुसार सामाजिक मान्यता नहीं मिल रही थी। घर की बेटियों की शादी में भी बाधा आ रही थी, लिहाजा एक बेटी की पहला पर  इस पारिवारिक दंश को खत्म करने के लिए सामूहिक विवाह का तरीका अपनाया गया।

शादी में मंडप में दादा-दादी, माता-पिता और उनके बेटे-बेटियों ने अग्नि के सात फेरे लिए और एक दूसरे को वरमाला पहनाई। इस शादी को अंजाम तक पहुंचाने में तीसरी पीढ़ी की सपना को सारा श्रेय जाता है, जिसकी जिद ने सभी को शादी करने के लिए राजी कर लिया और हंसी-खुशी सभी विवाह के बंधन में बंध गए।

तीसरी पीढ़ी की पहल पर हुआ यह अनूठा वैवाहिक समारोह

सपना के दादा व पिता की भांति दोनों भाइयों ने भी प्रेम विवाह किया था। जब सपना और उसकी बहन की शादी की बारी आई तो यह प्रश्न उठ खड़ा हुआ कि कन्यादान कैसे होगा, क्योंकि किसी को भी सामाजिक मान्यता नहीं थी। इसके बाद सभी ने फैसला किया की सभी रस्मो-रिवाज को निभाते हुए शादी की रस्म निभाई जाए। तब सपना के दादा-दादी, माता-पिता और दोनों भाइयों ने शादी की रस्म निभाई।

सबसे पहले राम प्रसाद और सुभगिया देवी (दादा-दादी), फिर पिता नंदकुमार और सबसे आखिर में दोनों भाइयों ने हिन्दू रीति-रिवाज के मुताबिक शादी की रस्म को निभाया। इस शादी के संपन्न होने के बाद सपना और उसकी बहन की शादी हुई, जिनका कन्यादान पिता नंदकुमार ने किया।

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