नई दिल्ली, 8 सितम्बर। कृषि कानूनों को लेकर पिछले लगभग 10 माह से जारी किसान आंदोलन के बीच केंद्र सरकार ने बुधवार को किसानों को बड़ी राहत प्रदान की और वर्ष 2022-23 सत्र के लिए रबी की फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) में बढ़ोतरी कर दी है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में हुई केंद्रीय कैबिनेट की बैठक में यह निर्णय लिया गया।
हालांकि किसानों का आंदोलन एक बार फिर तेज हुआ है। केंद्रीय कैबिनेट जब रबी की फसलों की एमएसपी बढ़ाने का फैसला कर रही थी, तब हरियाणा के करनाल में किसान और स्थानीय प्रशासन आमने-सामने थे। किसान संगठन बीते दिनों यहां हुए लाठीचार्ज का विरोध कर रहे थे।
गेहूं की एमएसपी अब 2,015 रुपये
फिलहाल कैबिनेट में लिए गए निर्णय के अनुसार गेहूं के लिए एमएसपी में 40 रुपये की बढ़ोतरी की गई है, जो अब 2,015 रुपये तक पहुंच गई है जबकि जौ की एमएसपी में 35 रुपये की बढ़ोतरी की गई है, जो अब 1,600 रुपये से बढ़कर 1,635 रुपये हो गई है। चना की एमएसपी 5,100 रुपये से 5,230 रुपये पहुंच गई है।
प्रधानमंत्री श्री @narendramodi जी की अध्यक्षता में आज आर्थिक मामलों की मंत्रिमण्डलीय समिति (#CCEA) ने रबी विपणन सत्र 2022-23 के लिए सभी अधिदेशित रबी फसलों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) में वृद्धि को दी मंजूरी…#Cabinet #AatmaNirbharKrishi pic.twitter.com/WZxJsDznlF
— Narendra Singh Tomar (@nstomar) September 8, 2021
सरसों के न्यूनतम समर्थन मूल्य में उच्चतम वृद्धि
मसूर, रेपसीड तथा सरसों (400 प्रति क्विंटल की बढ़ोतरी के साथ 5,050 रुपये) की एमएसपी में पिछले वर्ष की तुलना में उच्चतम वृद्धि की गई है। इससे सभी अधिदेशित रबी फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य में बढ़ोतरी होगी।
गौरतलब है कि केंद्र सरकार की ओर से पिछले कुछ वक्त में अलग-अलग फसलों की एमएसपी में बढ़ोतरी की जा रही है। सरकार का दावा है कि किसानों को लेकर जो फैसले लिए गए हैं, उससे किसानों की आय दोगुनी करने की ओर एक अहम कदम बढ़ाया जाएगा।