न्यूयॉर्क, 22 अगस्त। अमेरिका द्वारा ईरान के परमाणु केंद्रों पर हवाई हमले किए जाने से उपजे चरम तनाव की स्थिति पर चर्चा के लिए रविवार को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) की आपात बैठक हो रही है। यूएन प्रमुख एंटोनियो गुटेरेस ने सदस्य देशों से आग्रह किया है कि हम न तो शान्ति प्रयासों को छोड़ सकते हैं और न ही ऐसा करना होगा। उन्होंने इस टकराव को रोकने के लिए तुरंत, निर्णायक कदम उठाए जाने की अपील करते हुए कहा है कि वार्ता की मेज पर फिर लौटा जाना होगा।
"I urge this Council – and all Member States – to act with reason, restraint, and urgency.
We cannot – and must not – give up on peace." – UN Secretary-General @antonioguterres told the Security Council on Sunday pic.twitter.com/QCRbHgwqML
— UN News (@UN_News_Centre) June 22, 2025
यूएनएससी बैठक को पाकिस्तान, रूस व चीन का समर्थन
उधर पाकिस्तान के विदेश मंत्री इशाक डार ने भी X पोस्ट में बताया कि ईरान के अनुरोध पर संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की इमरजेंसी मीटिंग बुलाई जा रही है। इसे पाकिस्तान, चीन और रूस का समर्थन है। पाकिस्तान का समर्थन दिखाता है कि वह इस हमले को अंतरराष्ट्रीय मंच पर उठाना चाहता है।
उल्लेखनीय है कि इजराइल ने गत 13 जून को ईरान में परमाणु केंद्रों व सैन्य ठिकानों को निशाना बनाकर हमले शुरू किए, जिसके बाद ईरान ने सिलसिलेवार मिसाइलों व ड्रोन के जरिए जवाबी काररवाई की है। हिंसक टकराव में दोनों पक्षों को जान-माल की हानि हुई है।
ईरान के स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, अब तक 430 लोगों के मारे जाने की खबर है जबकि साढ़े तीन हजार से अधिक लोग घायल हुए हैं। वहीं, ईरान के जवाबी हमलों में 24 इजराइली नागरिकों की जान गई है।
वहीं अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप ने शनिवार को ईरान के तीन परमाणु केंद्रों को निशाना बनाकर किए गए सैन्य हमलों की जानकारी दी, जिससे मध्य पूर्व क्षेत्र में तनाव चरम पर पहुंच गया है।
"The bombing of Iranian nuclear facilities by the United States marks a perilous turn in a region that is already reeling."
United Nations Secretary-General António Guterres addressed an emergency meeting of the UN Security Council.
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— ABC News (@ABC) June 22, 2025
यूएन महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने सदस्य देशों के प्रतिनिधियों को बताया कि दो दिन पहले ही, उन्होंने इस कक्ष में शांति को एक अवसर दिए जाने की अपील की थी, लेकिन उस पुकार को अनसुना कर दिया गया। इसके बजाय, संयुक्त राज्य अमेरिका द्वारा ईरान के परमाणु स्थलों पर की गई बमबारी से हालात एक खतरनाक मोड़ पर पहुंच गए हैं जबकि वो पहले से ही झुलस रहा है।
विध्वंस का एक और चक्र सहन नहीं कर सकता मध्य पूर्व क्षेत्र
उन्होंने चेतावनी जारी करते हुए कहा, ‘मध्य पूर्व क्षेत्र, विध्वंस के एक और चक्र को सहन नहीं कर सकता है। फिर भी, हम पर अब बदले के बाद एक और बदले के रसातल में धंसने का जोखिम है। इससे बचने के लिए, कूटनीति को प्राथमिकता दी जानी होगी। आम नागरिकों की रक्षा करनी होगी। समुद्री मार्ग पर सुरक्षित आवाजाही की गारंटी भी जरूरी है।’
यूएन प्रमुख ने एक विश्वसनीय और सत्यापन योग्य समाधान की आवश्यकता पर बल दिया, जिससे भरोसे को बहाल किया जा सके। इसके तहत, अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी के निरीक्षकों को जांच के लिए पूर्ण अनुमति दी जानी अहम है। उन्होंने ध्यान दिलाया कि परमाणु अप्रसार सन्धि, अंतरराष्ट्रीय शांति व सुरक्षा की आधारशिला है और ईरान को इसका पूरी तरह से सम्मान करना होगा।
यूएन महासचिव गुटेरेस की अपील
यूएन महासचिव गुटेरेस ने मौजूदा तनाव को ध्यान में रखते हुए तुरंत युद्धविराम लागू किए जाने और गम्भीरतापूर्वक फिर से वार्ता शुरू किए जाने की अपील की है। साथ ही, सभी सदस्य देशों से यूएन चार्टर व अंतरराष्ट्रीय क़ानून के तहत अपने तयशुदा दायित्वों को निभाने का अनुरोध किया है।

