Site icon hindi.revoi.in

Umesh Pal Murder : शूटर का हुलिया CCTV में अतीक के बेटे अली जैसा देख उड़े पुल‍िस के होश

Social Share

प्रयागराज, 25 फरवरी। उमेश पाल की सरेशाम जीटी रोड पर हत्या करने वाले शूटरों का अंदाज बेखौफ रहा। वे फिल्मी गैंगवार की तरह फायरिंग कर रहे थे। टी-शर्ट और जींस पहने थे। एक शूटर कैप लगाए था। सीसीटीवी फुटेज में फायरिंग करते दिखे एक शूटर का हुलिया अतीक अहमद के बेटे अली जैसा देख पुलिस अधिकारी भी चौंक गए। हालांकि अली नैनी सेंट्रल जेल में बंद है। फुटेज देखकर पुलिस अधिकारियों दावा है कि फायरिंग में ज्यादातर पिस्टल का इस्तेमाल हुआ। कोई स्वाचालित हथियार नहीं प्रयुक्त किया गया।

शूटरों के बेखौफ होने को इस बात से समझा जा सकता है कि जीटी रोड जैसी जगह पर जहां अक्सर जाम लगता है वहां गोलियां बरसाने के साथ ही उमेश की कार पर बम भी पटका जाता है जिससे चौतरफा धुआं फैलता है और फिर अफरातफरी मच जाती है। सीसीटीवी फुटेज में दिख रहा है कि शूटरों में एक कैप लगाए है जो उमेश पर हमले के बाद अचानक पीछे से आता है और फिर फायरिंग करते हुए गली की तरफ जाता है। इसके बाद दो और शूटर फुटेज में आते दिखते हैं।

इनमें एक शूटर टी शर्ट और जींस पहने है। वह पिस्टल से फायरिंग करता दिखा। वह गली में भागे उमेश और सिपाही राघवेंद्र पर फायरिंग कर रहा था जबकि एक अपराधी झोले से बम निकालकर फेंकता दिखा। वह गली के बाहर से फायरिंग कर रहा है तभी भीतर से कैप लगाए शूटर बाहर की तरफ आया तो दोनों शूटर टकरा जाते हैं। कैप पहने शूटर गिरता है लेकिन फौरन उठकर कार के पास जाकर सड़क पर खड़े होकर दहशत फैलाने के लिए कोशिश करने लगा।

फुटेज में यह भी दिखता है कि एक बदमाश उमेश के घर की तरफ गली और कार के अलावा सड़क पर भी लगातार बम फेंक रहा है ताकि कोई उधर आने की हिम्मत नहीं कर सके। फुटेज में सड़क पर तीन-चार पर बम धमाके से धुआं उठता दिखा है। करीब दो मिनट तक फायरिंग और बमबाजी के बाद शूटर अलग-अलग गाड़ियों में सवार होकर भागते दिखे हैं।

शूटरों में एक का हुलिया अतीक के बेटे अली से मिल रहा है जो रंगदारी और धमकी के मुकदमे में अदालत में सरेंडर करने के बाद से नैनी सेंट्रल जेल में बंद है। डीसीपी नगर दीपक का कहना है कि प्रयागराज के साथ ही कौशांबी और प्रतापगढ़ के भी शूटरों की टोह ली जा रही है। अतीक गैंग के भी गुर्गे पकड़े जा रहे हैं। मुख्तार अंसारी गैंग के भी गुर्गों से कनेक्शन देखा जा रहा है। इधर, मुख्तार के गुर्गे प्रयागराज में टिकते रहे हैं।

Exit mobile version