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यूक्रेनी राष्ट्रपति जेलेंस्की 30 दिनों के युद्ध विराम के लिए सहमत, ट्रंप ने फिर शुरू की सैन्य सहायता

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जेद्दा, 12 मार्च। यूक्रेन और रूस के बीच पिछले दो वर्षों से जारी युद्ध पर अब कुछ समय के लिए विराम लगने वाला है। अमेरिका ने बड़ा संदेश देते हुए पुष्टि की है कि यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की 30 दिनों के युद्धविराम के लिए सहमत हो गए हैं।

वहीं युद्ध विराम के अमेरिकी प्रस्ताव को स्वीकार करने के बाद ट्रंप ने यूक्रेन के लिए फिर से सैन्य सहायता शुरू कर दी है। अमेरिका ने पिछले दिनों ह्वाइट हाउस में जेलेंस्की और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के बीच हुई वार्ता के दौरान तीखी झड़प के बाद यह सैन्य सहायता रोक दी थी।

ह्वाइट हाउस की ओऱ से जारी बयान में कहा गया कि सऊदी अरब में वार्ता के बाद दोनों पक्ष यूक्रेनी खनिजों पर “जितनी जल्दी हो सके” एक समझौते को समाप्त करने पर भी सहमत हुए। इसमें कहा गया कि यूक्रेनी प्रतिनिधिमंडल ने शांति की दिशा में सार्थक प्रगति को संभव बनाने के लिए राष्ट्रपति ट्रंप, अमेरिकी कांग्रेस और संयुक्त राज्य अमेरिका के लोगों के प्रति यूक्रेनी लोगों की गहरी कृतज्ञता दोहराई।

वार्ता के बाद एक संयुक्त बयान में कहा गया, ‘यूक्रेन ने तत्काल, अंतरिम 30-दिवसीय युद्ध विराम लागू करने के अमेरिकी प्रस्ताव को स्वीकार करने की तत्परता व्यक्त की, जिसे पार्टियों के आपसी समझौते से बढ़ाया जा सकता है और जो रूसी संघ द्वारा स्वीकृति और समवर्ती कार्यान्वयन के अधीन है।’

बयान के अनुसार प्रतिनिधिमंडलों ने शांति प्रक्रिया के हिस्से के रूप में मानवीय राहत प्रयासों के महत्व पर भी चर्चा की, विशेष रूप से उपर्युक्त युद्धविराम के दौरान, जिसमें युद्धबंदियों की अदला-बदली, नागरिक बंदियों की रिहाई और जबरन स्थानांतरित यूक्रेनी बच्चों की वापसी शामिल है।

इस बीच संयुक्त राज्य अमेरिका अब रूस को बताएगा कि शांति प्राप्त करने के लिए रूसी पारस्परिकता महत्वपूर्ण है। अमेरिका खुफिया जानकारी साझा करने पर रोक को तुरंत हटा देगा और यूक्रेन को सुरक्षा सहायता फिर से शुरू करेगा।

उल्लेखनीय है कि राष्ट्रपति ट्रंप ने 28 फरवरी को अपने यूक्रेनी समकक्ष ज़ेलेंस्की के साथ एक बैठक के दौरान उपजे विवाद के बाद सहायता बंद कर दी थी। ह्वाइट हाउस में टकराव के बाद ज़ेलेंस्की ने ट्रंप के साथ खनिज सौदे से भी हाथ खींच लिया था। हालांकि, ज़ेलेंस्की ने इस विवाद को “अफ़सोसजनक” बताया और कहा कि वह खनिज सौदे पर हस्ताक्षर करने सहित अमेरिका के साथ काम करने के लिए तैयार हैं। अमेरिका के मध्य पूर्व दूत स्टीव विटकॉफ ने कहा कि ट्रंप को जेलेंस्की से एक पत्र मिला है, जिसमें इसे ‘एक बहुत ही सकारात्मक पहला कदम’ और ‘माफी’ कहा गया है।

जेलेंस्की बोले – यूक्रेन शांति चाहता है

उधर जेद्दा के लिए रवाना होने से पहले, जेलेंस्की ने कहा कि यूक्रेन शांति चाहता है। उन्होंने जोर देकर कहा कि रूस ही एकमात्र कारण है, जिसके कारण युद्ध जारी है। विटकॉफ ने कहा कि वाशिंगटन वार्ता का उपयोग ‘शांति समझौते और प्रारंभिक युद्धविराम के लिए एक रूपरेखा तैयार करने के लिए’ करना चाहता था।

दोनों पक्षों ने सऊदी अरब में यूक्रेन की दीर्घकालिक सुरक्षा पर भी चर्चा की, जिसमें शांति प्रक्रिया में यूरोप की भागीदारी भी शामिल है। उन्होंने यूक्रेन के महत्वपूर्ण खनिज संसाधनों के विकास के लिए जल्द से जल्द एक व्यापक समझौते को अंतिम रूप देने पर भी सहमति व्यक्त की।

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