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पीएम मोदी ने वाराणसी में यूक्रेन से लौटे छात्रों से की मुलाकात, छात्रों ने अपने अनुभव साझा किए

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वाराणसी, 3 मार्च। यूपी चुनाव में सातवें व अंतिम चरण के प्रचार अभियान के तहत पूर्वांचल का लगातार दौरा कर रहे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी में गुरुवार को यूक्रेन से लौटे छात्रों से बातचीत की। इन छात्रों ने पीएम मोदी से अपने अनुभव साझा किए। यूक्रेन से लौटे ये छात्र वाराणसी के साथ-साथ उत्तर प्रदेश के अन्य हिस्सों से थे।

10 वर्षों के अंदर कुछ ऐसी व्यवस्था करेंगे, जिससे छात्रों को देश के बाहर जाना पड़े

पीएम मोदी की वाराणसी के लाल बहादुर शास्त्री एयरपोर्ट पर यूक्रेन से लौटे पूर्वांचल के 18 छात्रों से मुलाकात हुई। 15 मिनट की मुलाकात में उन्होंने सभी बच्चों को यह भरोसा दिलाया कि 10 वर्षों के अंदर कुछ ऐसी व्यवस्था करेंगे, जिससे आपको देश के बाहर कहीं न जाना पड़े।

पीएम मोदी ने सभी बच्चों से हाथ मिलाकर उनको सकुशल स्वदेश लौटने पर बधाई दी। बातचीत के दौरान उन्होंने सभी छात्रों के साथ के साथ हंसी-मजाक भी किया और उनके परिवार का बैकग्राउंड जाना।

वाराणसी से पांच छात्र प्रधानमंत्री मोदी से मिलने के लिए पहुंचे थे, जिनमें पांडेयपुर से उन्नति पटेल, रोहनिया से राहुल और शहर के अन्य इलाकों से नेहा, तौसीफा और अभिषेक भी मौजूद थे। उन्नति ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने हर छात्र को समय दिया। उन्होंने कहा कि हमें बाहर रहकर पढ़ाई करने वालों की चिंता है। हम उनके लिए कुछ बेहतर करना चाहते हैं।

24 घंटे के दौरान 15 उड़ानों से 3 हजार से अधिक भारतीय लौटे

इस बीच यूक्रेन से निकासी प्रक्रिया पर विदेश मंत्रालय ने कहा कहा कि पिछले 24 घंटे के दौरान भारत में 15 उड़ानें उतरीं, जिनके जरिए तीन हजार से अधिक भारतीयों को वापस लाया गया है। यूक्रेन में फंसे भारतीयों को वापस लाने के अभियान की गति लगातार तेज हो रही है।

अगले दो दिनों में 17 उड़ानों से 7,400 से ज्यादा भारतीयों को लाए जाने की उम्मीद

नागर विमानन मंत्रालय ने गुरुवार को एक बयान में कहा कि अगले दो दिनों में विशेष उड़ानों से यूक्रेन के पड़ोसी देशों से 7,400 से अधिक भारतीयों को वापस लाए जाने की उम्मीद है। इस क्रम में भारतीय परिवाहक एअर इंडिया एक्सप्रेस, एअर इंडिया, स्पाइसजेट, इंडिगो, विस्तारा और गो फर्स्ट के शुक्रवार को कुल 17 उड़ानों का संचालन करने की उम्मीद है।

ज्ञातव्य है कि रूस के सैन्य हमले के कारण 24 फरवरी से यूक्रेन के अपने हवाई क्षेत्र को बंद करने के कारण भारत युद्धग्रस्त देश के पड़ोसियों – रोमानिया, हंगरी और पोलैंड से विशेष विमानों के जरिए अपने नागरिकों को निकाल रहा है।