मुंबई, 30 मार्च। महाराष्ट्र में शिवसेना की अगुआई वाली उद्धव ठाकरे सरकार पर संकट के बादल मंडरा रहे हैं। सियासी गलियारों में चर्चा है कि कांग्रेस के 25 विधायकों ने महाविकास आघाडी सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है और कांग्रेस के मंत्रियों के खिलाफ ही शिकायत करने के लिए पार्टी प्रमुख सोनिया गांधी से मिलने का वक्त मांगा है।
25 कांग्रेस विधायक अपनी ही पार्टी के मंत्रियों से नाराज
ज्ञातव्य है कि महाराष्ट्र में शिवसेना, राष्ट्रवादी कांग्रेस (एनसीपी) और कांग्रेस की गठबंधन वाली महाविकास आघाड़ी (एमवीए) सरकार चल रही है। फिलहाल कांग्रेस के कम से कम 25 विधायकों ने अपनी सरकार के खिलाफ बागी तेवर दिखाए हैं। इन विधायकों का आरोप है कि उनकी ही पार्टी के मंत्री उनकी समस्याओं का जवाब नहीं दे रहे हैं।
यही वजह है कि इन विधायकों ने पार्टी के मंत्रियों के खिलाफ शिकायत करने के लिए सोनिया गांधी से मिलने का समय मांगा है। इन विधायकों ने एक पत्र में सोनिया गांधी को ‘चीजों को ठीक करने’ के लिए हस्तक्षेप करने की मांग की है। एक मीडिया रिपोर्ट के अनुसार कुछ विधायकों का कहना है कि एमवीए में मंत्री, विशेष रूप से कांग्रेस के ही मंत्री उनकी बात नहीं सुनते हैं।
गृह मंत्री दिलीप पाटिल से उद्धव की नाराजगी की खबरें भी आ चुकी हैं
इससे पहले ये खबरें भी आई थीं कि महाराष्ट्र के गृह मंत्री एवं एनसीपी नेता दिलीप वलसे पाटिल से मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे नाराज हैं। हालांकि दिलीप वलसे पाटिल ने मंगलवार को इन खबरों को सिरे से खारिज कर दिया था। शरद पवार से मुलाकात के बाद वलसे पाटिल ने कहा था कि ठाकरे किसी मुद्दे पर उनसे नाराज नहीं हैं।