Site icon hindi.revoi.in

उद्धव ठाकरे गुट का एलान – मंजूरी मिले या नहीं, शिवाजी पार्क में ही होगी दशहरा रैली

Social Share
FacebookXLinkedinInstagramTelegramWhatsapp

मुंबई, 20 सितम्बर। शिवाजी पार्क मैदान में दशहरा रैली को लेकर उद्धव ठाकरे गुट और एकनाथ शिंदे गुट में तकरार बढ़ने लगी है। इस क्रम में एकनाथ शिंदे गुट को बीकेसी मैदान में दशहरा रैली करने के लिए अनुमति मिली है जबकि ठाकरे गुट को इसके लिए अनुमति नहीं दी गई। अब इस रैली को लेकर उद्धव ठाकरे गुट ने मंगलवार को एलान करे हुए वह पार्टी की वार्षिक दशहरा रैली शिवाजी पार्क मैदान में ही करेगा, चाहे बृहन्मुंबई नगर निगम (बीएमसी) अपनी मंजूरी दे या नहीं।

शिवसेना नेताओं का प्रतिनिधिमंडल नगर निकाय के अधिकारियों से मिला

शिवसेना नेताओं के एक प्रतिनिधिमंडल ने मुंबई के पूर्व महापौर मिलिंद वैद्य के नेतृत्व में नगर निकाय के अधिकारियों से मुलाकात कर रैली आयोजित करने की अनुमति के लिए उनके आवेदन की स्थिति के बारे में पूछताछ की। उन्होंने कहा, ‘हमें अनुमति मिले या नहीं, हम शिवाजी पार्क में एकत्र होंगे।  प्रशासन को या तो हमें अनुमति देनी चाहिए या मना कर देना चाहिए। हम (शिवाजी पार्क में रैली करने के लिए) अपने फैसले पर बहुत दृढ़ हैं। अगर हमें कोई जवाब नहीं मिला, तो बालासाहेब के शिवसेना कार्यकर्ता दशहरा रैली के लिए शिवाजी पार्क में इकट्ठा होंगे।’

दोनों गुट आमने-सामने

उल्लेखनीय है कि शिवसेना के दोनों ही गुटों ने मुंबई के शिवाजी पार्क में दशहरा रैली आयोजित करने की अनुमति मांगी है। शिवसेना अपनी स्थापना के समय से ही इस आयोजन स्थल पर दशहरा रैली कर रही है। हालांकि, बीएमसी ने अब तक इस मुद्दे पर कोई फैसला नहीं लिया है।

वहीं, शिवसेना के दोनों गुटों ने एक विकल्प के तौर पर बांद्रा कुर्ला कॉम्प्लेक्स (बीकेसी) के एमएमआरडीए मैदान में भी रैली करने की अनुमति के लिए अर्जी दी है। हालांकि, पिछले हफ्ते शिंदे गुट को बीकेसी में रैली करने की मंजूरी मिली गई है।

अजीत पवार बोले – शिवाजी पार्क में रैली की अनुमति दी जानी चाहिए

इस बीच एनसीपी नेता अजीत पवार ने कहा कि उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली शिवसेना को शिवाजी पार्क में रैली करने की अनुमति मिलनी चाहिए और अगर अनुमति नहीं मिलती है तो उन्हें कानून का सहारा लेना चाहिए। पवार ने यह भी कहा कि, ‘अगर शिंदे गुट के लिए बीकेसी मैदान उपलब्ध कराया गया है तो उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाले गुट को शिवाजी पार्क में रैली करने की अनुमति दी जानी चाहिए।’

Exit mobile version