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अमेरिका का फैसला : वैक्सीन के लिए जरूरी कच्चे माल की आपूर्ति से हटाई रोक, भारत को टीके की सप्लाई भी करेगा

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नई दिल्ली, 4 जून। अमेरिका ने एक अहम फैसला करते हुए कोरोनारोधी वैक्सीन के उत्पादन में जरूरी कच्चे माल के निर्यात से रोक हटा ली है। इसके अलावा उन देशों की उस सूची में भारत को भी अहम स्थान दिया है, जिन्हें वह कोरोना वैक्सीन की आपूर्ति करने वाला है। अमेरिका में भारत के राजदूत तरनजीत सिंह संधू ने गुरुवार की शाम मीडिया से बातचीत में यह जानकारी दी।

गौरतलब है कि अमेरिका ने कुछ माह पहले डिफेंस प्रोडक्शन एक्ट लागू कर दिया था, जिसके चलते किसी भी अहम चीज की सप्लाई में अमेरिका को प्राथमिकता देना जरूरी था। इसी क्रम में उसने वैक्सीन की मैन्युफैक्चरिंग के लिए जरूरी कच्चे माल के निर्यात पर भी रोक लगा दी थी।

भारत ने कच्चे माल की आपूर्ति पर रोक हटाने का किया था आग्रह

भारत ने अमेरिका से इस रोक को हटाने की अपील भी की थी। इसके बाद अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने कहा था, ‘भारत हमारे साथ मुश्किल वक्त में खड़ा था, जो हमें याद है और हम भी उसके साथ खड़े रहेंगे।’ अब यह रोक हटाए जाने के बाद वैक्सीन निर्माताओं के लिए कच्चे माल की उपलब्धता आसान हो जाएगी।

अमेरिका के इस निर्णय से वैक्सीन सप्लाई भी सुगम हो जाएगी। तरनजीत संधू ने बताया कि अमेरिका के वैश्विक आवंटन प्लान से भारत को फायदा होगा और उसे बड़ी संख्या में वैक्सीन मिल सकती है। अमेरिका भारत सहित महामारी से प्रभावित सबसे कमजोर देशों की जरूरतों को पूरा करने के लिए वैश्विक स्तर पर 2.5 करोड़ वैक्सीन डोज की पहली किस्त बांटने के लिए तैयार है। इसके लिए राष्ट्रपति बाइडेन ने एक ग्लोबल एलोकेशन प्लान लॉन्च किया है।

राष्ट्रपति बाइडेन ने की 2.5 करोड़ टीकों के वैश्विक आवंटन की घोषणा

संधू ने बताया, ‘राष्ट्रपति बाइडेन ने 2.5 करोड़ टीकों के वैश्विक आवंटन योजना की घोषणा की है। अमेरिका द्वारा पूर्व घोषित आठ करोड़ टीकों में से दी जा रही यह पहली किस्त है। टीकों का बंटवारा दो श्रेणियों में किया जाएगा- पहला – कोवैक्स पहल के जरिए और दूसरा – सीधे पड़ोसी और सहयोगी देशों को।

पीएम मोदी ने कमला हैरिस को दिया धन्यवाद

भारतीय राजदूत ने कहा, ‘प्रधानमंत्री ने भारत को वैक्सीन आपूर्ति के आश्वासन के लिए अमेरिकी उप राष्ट्रपति  कमला हैरिस को धन्यवाद दिया। प्रधानमंत्री ने अमेरिकी सरकार, उद्योग, कांग्रेस और प्रवासी भारतीयों के समर्थन और एकजुटता की भी सराहना की।’

अमेरिकी उप राष्ट्रपति को भारत आने का आमंत्रण

संधू के अनुसार कि हैरिस और पीएम मोदी ने टीकों में भारत-अमेरिका साझेदारी को और मजबूत करने के प्रयासों के बारे में भी बात की और वैश्विक स्वास्थ्य व आर्थिक सुधार के अन्य क्षेत्रों में स्वास्थ्य देखभाल सहित आगे की क्वाड पहल पर भी चर्चा की। वैश्विक स्वास्थ्य स्थिति सामान्य होने के तुरंत बाद पीएम मोदी ने कमला हैरिस को भारत आने का आमंत्रण भी दिया।