नई दिल्ली, 9 मार्च। दो बार विश्व कप विजेता भारतीय टीम के सदस्य सहे क्रिकेटर एस. श्रीसंत ने बुधवार को गेम के सभी प्रारूपों से संन्यास की घोषणा कर दी। उन्होंने अपने फैसले की घोषणा करने के लिए ट्विटर का सहारा लिया।
— Sreesanth (@sreesanth36) March 9, 2022
केरल के 39 वर्षीय पेसर एस. श्रीसंत उस भारतीय क्रिकेट टीम का हिस्सा थे, जिसने दक्षिण अफ्रीका में 2007 विश्व टी20 और भारत में खेला गया 2011 विश्व कप जीता था। मार्च, 2006 में टेस्ट क्रिकेट में पदार्पण करने वाले श्रीसंत ने 27 मैचों में 87 विकेट और 281 रन बनाए। उन्होंने 53 एकदिवसीय अंतरराषट्रीय मैचों में 75 विकेट और 10 टी20 अंतराष्ट्रीय मैचों में सात विकेट लिए।
ICC has been a tremendous honor. During my 25 years career as a Cricket player, I've always pursued success and winning cricket games, while preparing and training with the highest standards of competition, passion and perseverance. It has been an honor to represent my family,
— Sreesanth (@sreesanth36) March 9, 2022
आईपीएल में कथित स्पॉट फिक्सिंग में संलिप्तता सामने आई थी
श्रीसंत को उस वक्त अपमानित होना पड़ा, जब भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने अगस्त, 2013 में उनके राजस्थान रॉयल्स टीम के साथी अजित चंदीला और अंकित चह्वाण के साथ इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) में कथित स्पॉट फिक्सिंग में शामिल होने के लिए आजीवन प्रतिबंधित कर दिया था।
For the next generation of cricketers..I have chosen to end my first class cricket career. This decision is mine alone, and although I know this will not bring me happiness, it is the right and honorable action to take at this time in my life. I ve cherished every moment .❤️🏏🇮🇳
— Sreesanth (@sreesanth36) March 9, 2022
हालांकि, 2019 में उनके आजीवन प्रतिबंध को घटाकर सात वर्ष कर दिया गया, जो सितम्बर 2020 में पूरा हुआ। अपने प्रतिबंध के बाद, उन्होंने केरल क्रिकेट संघ (केसीए) के लिए 2021 में सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी के लिए 20 सदस्यीय टीम में नामित होने के बाद वापसी की। 2021 और 2022 में उन्हें आईपीएल नीलामी के लिए शॉर्टलिस्ट किया गया, लेकिन दोनों मौकों पर अनसोल्ड रहे।