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आतिशी मार्लेना व सौरभ भारद्वाज बने केजरीवाल सरकार के नए कैबिनेट मंत्री, सिसोदिया व सत्येंद्र जैन ने दिया था इस्तीफा

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नई दिल्ली, 9 मार्च। दिल्ली में आम आदमी पार्टी (आप) के विधायकद्वय सौरभ भारद्वाज और आतिशी मार्लेना को अरविंद केजरीवाल सरकार में कैबिनेट मंत्री बनाया गया है। उप राज्यपाल वीके सक्सेना ने गुरुवार अपराह्न चार बजे राजभवन में एक संक्षिप्त समारोह के दौरान दोनों नेताओं को मंत्री पद की शपथ दिलाई। शपथ ग्रहण समारोह के दौरान सीएम अरविंद केजरीवाल भी मौजूद रहे।

आतिशी संभालेंगी शिक्षा मंत्री का पद, सौरभ को स्वास्थ्य सहित अन्य विभाग

शपथ लेने के साथ ही दोनों मंत्रियों को उनके विभाग भी बांट दिए गए। आतिशी मार्लेना जहां शिक्षा, पीडब्ल्यूडी, ऊर्जा और टूरिज्म विभाग संभालेंगी तो वहीं सौरभ के पास हेल्थ, अर्बन डेवलपमेंट, जल और इंडस्ट्री विभाग रहेंगे। हालांकि मंत्री पद संभालते ही आतिशी ने बड़ा एलान कर दिया। उन्होंने कहा कि मनीष सिसोदिया और सत्येंद्र जैन जेल से वापस आने के बाद शिक्षा और स्वास्थ्य विभाग संभालेंगे।

राजनीति में आने से पहले स्कूल टीचर थीं आतिशी

आतिशी मार्लेना दिल्ली की कालकाजी सीट से 2020 में ही पहली बार विधायक बनी हैं। उनका जन्म आठ जून, 1981 को दिल्ली में हुआ था। आतिशी ने स्कूल के समय में मार्क्स और लेनिन से बनने वाले शब्द ‘मार्लेना’ को अपने नाम के साथ जोड़ लिया था। उनकी पढ़ाई दिल्ली के स्प्रिंगडेल स्कूल में हुई, जिसके बाद उन्होंने सेंट स्टीफेंस कॉलेज से बैचलर डिग्री हासिल की। इसके बाद रोड्स स्कॉलशिप हासिल कर ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी लंदन से मास्टर्स किया।

आतिशी मार्लेना आंध्र प्रदेश के ऋषि वैली स्कूल में इतिहास पढ़ाती थीं। उन्होंने कई एनजीओ के साथ भी काम किया है। 2013 में वह आम आदमी पार्टी से जुड़ीं और मनीष सिसोदिया के साथ दिल्ली के सरकारी स्कूलों में शिक्षा के मॉडल के बेहतर बनाने का काम करने लगीं। बतौर सलाहकार काम करने के लिए वो दिल्ली सरकार से एक रुपये प्रति माह सैलरी लेती थीं। उन्होंने ही दिल्ली स्कूलों में हैप्पीनेस करिकुलम की शुरुआत की थी।

सौरभ भारद्वाज AAP की पहली सरकार में परिवहन मंत्री थे

दूसरी तरफ सौरभ भारद्वाज दिल्ली के ग्रेटर कैलाश से तीसरी बार विधायक चुने गए हैं। वह नौ वर्षों बाद फिर मंत्री बने हैं। केजरीवाल की पहली सरकार में वह परिवहन मंत्री थे। 2013 के विधानसभा चुनाव में सौरभ ने भाजपा के दिग्गज नेता विजय कुमार मल्होत्रा के बेटे अजय कुमार मल्होत्रा को हराकर जीत हासिल की थी।

गरीबों को कानूनी मदद देते हैं सौरभ

सौरभ भारद्वाज राजनीति में आने से पहले इंजीनियर थे। वह माइक्रोचिप्स और कोडिंग के एक्सपर्ट थे। दिल्ली में 12 दिसम्बर, 1979 को जन्मे सौरभ ने 2003 में आईपी यूनिवर्सिटी के भारतीय विद्या पीठ कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग से कंप्यूटर साइंस की पढ़ाई पूरी की थी। इसके बाद उन्होंने उस्मानिया यूनिवर्सिटी से वकालत की पढ़ाई कर कानूनी सहायता देकर गरीबों की मदद करने लग गए। अन्ना आंदोलन के दौरान सौरभ की अरविंद केजरीवाल के टच में आए और केजरीवाल ने जब आम आदमी पार्टी का गठन किया तब सौरभ राजनीति में आ गए।

सिसोदिया ने शराब घोटाले में फंसने के बाद छोड़ा था मंत्री पद

गौरतलब है कि दिल्ली शराब घोटाला मामले में पिछले महीने 26 फरवरी को गिरफ्तार होने और सुप्रीम कोर्ट से राहत न मिलने के तुरंत बाद मनीष सिसोदिया और उनके साथ सत्येंद्र जैन ने मंत्री पद से इस्तीफे दे दिया था। इसके बाद विधायक राजकुमार आनंद और कैलाश गहलोत को नए मंत्रियों की नियुक्ति तक दोनों मंत्रियों के उनके विभागों की जिम्मेदारी सौंपी गई थी।

मनीष सिसोदिया के पास शिक्षा, वित्त, योजना, भूमि और भवन, सेवाएं, पर्यटन, कला-संस्कृति और भाषा, जागरूकता, श्रम और रोजगार, लोक निर्माण विभाग के अलावा स्वास्थ्य, उद्योग, बिजली, गृह, शहरी विकास, सिंचाई और बाढ़ नियंत्रण व जल विभाग जैसे कुल 18 मंत्रालय थे। उधर, सिसोदिया और जैन के इस्तीफों के बाद केजरीवाल की कैबिनेट में चार मंत्री रह गए थे। ऐसे में सौरभ और आतिशी को मंत्री बनाने की सिफारिश की गई थी।

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