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वायनाड में भीषण भूस्खलन : केरल में दो दिनों का राजकीय शोक, मृतकों की संख्या बढ़कर 120 हुई, रेस्क्यू ऑपरेशन जारी

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 वायनाड, 30 जुलाई। केरल सरकार ने वायनाड जिले में हुए विनाशकारी भूस्खलन के बाद राज्य में मंगलवार को दो दिनों के आधिकारिक शोक की घोषणा की है। राज्य के राजस्व मंत्री का कार्यालय के अनुसार वायनाड भूस्खलन में मरने वालों की संख्या बढ़कर 120 तक जा पहुंची है जबकि सैकड़ों लोगों के घायल होने की सूचना है।

उल्लेखनीय है कि वायनाड जिले में मेप्पाडी के पास विभिन्न पहाड़ी इलाकों में मंगलवार तड़के से कई भीषण भूस्खलन हुए। अंतिम समाचार मिलने तक इस आपदा में सात बच्चों समेत 120 लोगों की मौत हो चुकी थी जबकि कई लोगों के घायल होने की खबर है। अब भी कई अन्य लोगों के मलबे में फंसे होने की आशंका है। वहीं वायनाड जिले में भारी बारिश जारी है।

भूस्खलन की पहली घटना मध्यारात्रि बाद 1.30 बजे चूरामला अट्टाकाई मुंडाकाई इलाकों में हुआ। दूसरा बड़ा भूस्खलन तड़के आठ बजे हुआ। आठ घंटे बीत जाने के बाद भी बचावकर्मी अट्टामाला और मुंडाकाई के पहाड़ी इलाकों तक नहीं पहुंच पाए थे। अब अट्टामाला, चूरामला और मुंडाकाई में मरने वालों की संख्या बढ़ रही है।

वायनाड में तीन शिविर स्थापित किए गए 

स्थानीय लोगों ने बताया कि घर और स्कूल नष्ट हो गए हैं। घरों में पानी और कीचड़ भर गया है। 400 से अधिक लोग फंस गए हैं। चूरामला शहर का पुल ढह गया। नीलांबुर के पोथुकल के पास चलियार नदी से ही 14 शव बरामद किए गए। स्थिति को देखते हुए वायनाड में कुल तीन शिविर स्थापित किए गए हैं।

राहत प्रयासों में सहायता के लिए खोले गए मीडिया नियंत्रण कक्ष

वायनाड भूस्खलन राहत प्रयासों में सहायता के लिए, सूचना और जनसंपर्क विभाग (पीआरडी), केरल ने जिला और राज्य स्तरीय मीडिया नियंत्रण कक्ष खोले हैं। ये आधिकारिक अपडेट और घोषणाएं प्रदान करने के लिए 24/7 संचालित होंगे। वायनाड सिविल स्टेशन पर स्थित जिला नियंत्रण कक्ष की देखरेख कन्नूर और कोझिकोड के उप निदेशक करते हैं तथा वायनाड जिला सूचना अधिकारी पी रशीद बाबू द्वारा समन्वय किया जाता है। संपर्क नंबर 0483-2734387 है। सचिवालय में स्थित राज्य स्तरीय नियंत्रण कक्ष से 0471-2327628 या 2518637 पर संपर्क किया जा सकता है।

वायनाड भूष्खलन को राष्ट्रीय आपदा घोषित करने की संसद में उठी मांग

इस बीच कांग्रेस और मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के सदस्यों ने मंगलवार को संसद में मांग की कि वायनाड में हुए भीषण भूस्खलन को राष्ट्रीय आपदा घोषित किया जाए। माकपा सांसद जॉन ब्रिटास ने रक्षा, गृह और वित्त मंत्रालय से सहायता मांगी। राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ ने वायनाड भूस्खलन में लोगों की मौत पर चिंता जताई। उन्होंने कहा कि केंद्र और राज्य सरकारें आवश्यक कदम उठा रही हैं।

नड्डा बोले – यह सिर्फ केरल की त्रासदी नहीं, बल्कि इससे पूरा देश चिंतित

केंद्रीय स्वास्थ मंत्री मंत्री जेपी नड्डा राज्यसभा में कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में केंद्र सरकार इस त्रासदी को देखते हुए सक्रिय रूप से काम कर रही है। उन्होंने कहा, ‘राज्य सरकार के साथ समन्वय में काम किया जा रहा है। मैं कहना चाहूंगा कि यह केवल केरल की त्रासदी नहीं है बल्कि इससे पूरा देश चिंतित है।’

केंद्र सरकार राहत कार्य के लिए हर संभव प्रयास कर रही

जेपी नड्डा ने कहा, ‘प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में भारत सरकार सक्रिय रूप से काम कर रही है और केरल में राहत कार्य के लिए हर संभव प्रयास कर रही है। सरकार की ओर से मैं आपको आश्वस्त करता हूं कि जो भी आवश्यक होगा, वह किया जाएगा। प्रधानमंत्री ने केरल के मुख्यमंत्री से बात की और उन्हें हरसंभव सहयोग का आश्वासन दिया।’

 

नड्डा ने आगे कहा कि राहत के लिए केंद्रीय एजेंसियों से सहायता प्रभावित स्थल पर पहुंच गई है। उन्होंने कहा, ‘राज्य सरकार के साथ समन्वय में काम किया जा रहा है। अभी प्राथमिक काम शवों को बरामद करना और जिन्हें बचाया जा सकता है उन्हें बचाना है। हमें आपातकालीन प्रतिक्रिया प्रणाली को सक्रिय करना चाहिए। यह सब किया जा रहा है।’

उन्होंने बताया कि डीएससी सेंटर कन्नूर से लगभग 200 भारतीय सेना के जवानों व कोझिकोड से 122 टीए बटालियन को साइट पर भेजा गया है। भारतीय नौसेना के 30 विशेषज्ञ तैराकों की एक टीम तैनात की जा रही है। रक्षा अधिकारियों के अनुसार, वायु सेना स्टेशन सुलूर से दो हेलीकॉप्टर भेजे गए हैं।