हापुड़, 27 नवम्बर। उत्तर प्रदेश के हापुड़ जिले में एक चौंकाने वाला खुलासा हुआ है, जब शातिरों ने नौकर का 50 लाख रुपये का बीमा क्लेम हड़पने के लिए एक पुतला तैयार करवाया और उसका अंतिम संस्कार करने के लिए श्मसान घाट पहुंच गए। लेकिन एन वक्त पर साजिश का भंडाफोड़ हो गया और श्मशान घाट से ही दो कारोबारियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया।
ब्रजघाट पर अंतिम संस्कार करने पहुंचे थे
जिले के गढ़ कोतवाली क्षेत्र के तीर्थ नगरी ब्रजघाट में गुरुवार को उस समय सनसनी फैल गई, जब अंतिम संस्कार के लिए लाए गए शव की जगह प्लास्टिक का पुतला निकला। दाह संस्कार की तैयारी पूरी हो चुकी थी। तभी शक होने पर घाट पर मौजूद लोगों ने कपड़ा उठाकर देखा तो पुतला निकला। इसके बाद पुलिस को सूचना दी गई, पुलिस मौके पर पहुंची तो कार के अंदर दो और डमी मिलीं। पुलिस ने मौके से दो लोगों हिरासत में ले लिया है।
पुलिस को किया गुमराह
हापुड़ पुलिस के अनुसार दिल्ली के रहने वाले कपड़ा कारोबारी कमल सोमानी और आशीष खुराना गुरुवार को प्रयागराज निवासी अंशुल नाम के व्यक्ति का पुतला बनाकर शव वाहिनी में अंतिम संस्कार के लिए ब्रजघाट पहुंचे थे। जब अंतिम संस्कार के लिए बॉडी को गाड़ी से बाहर निकाला तो पुतला था। पुलिस ने जब दोनों से पुतले के बारे में पूछा तो उन्होंने बताया कि शव उन्हें एक निजी अस्पताल के स्टाफ ने सील करके दिया था, लेकिन यहां देखा तो पुतला था। पुलिस ने दोनों लोगों से कड़ाई से पूछताछ की तो चौंकाने वाला खुलासा हुआ।
एक साल पहले करवाया था इंश्योरेंस
कमल सोमानी ने बताया कि उसके ऊपर 50 लाख का कर्जा है, जिसको लेकर वह काफी दिनों से परेशान है। उसने कर्ज चुकाने के लिए योजना बनाई थी। इसी योजना के तहत उसके कपड़े के दुकान पर काम करने वाले अंशुल का आधारकार्ड व पैनकार्ड किसी काम के बहाने ले लिए थे, जिनका उपयोग करके अंशुल के नाम से एक वर्ष पूर्व टाटा एआई का इंश्योरेंस करवाया था। जिसकी किस्त वह नियमित तौर पर भर रहा था।
इसी योजना के तहत अंशुल का पुतला लेकर शमशान घाट ब्रजघाट अंतिम संस्कार के लिए पहुंचा था, ताकि अंतिम संस्कार के बाद अंशुल का मृत्यु प्रमाण पत्र बनवाकर इंश्योरेंस का लाभ ले सके। पुलिस ने कमल के मोबाइल से अंशुल से वीडियो कॉल पर बातचीत की। अंशुल ने बताया कि वह कुछ दिनों से अपने स्थायी निवास प्रयागराज में है और पूरी तरह सुरक्षित है।
दोनों आरोपित पुलिस की हिरासत में
गढ़ सीओ स्तुति सिंह ने बताया कि बीमा राशि के लालच में डमी का अंतिम संस्कार करने आए दिल्ली के दो लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। अंशुल नाम का व्यक्ति जिंदा है। आरोपित कमल ने 50 लाख का इंश्योरेंस लेने के लिए ये साजिश रची थी। पुलिस कमल सहित दो आरोपितों से पूछताछ कर मामले की जांच कर रही है।

