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कर्नाटक उपचुनाव : कांग्रेस की ओर से पीएम मोदी को ‘अनपढ़’ कहे जाने पर विवाद, भाजपा बोली – ‘भिखारी’

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बेंगलुरु, 18 अक्टूबर। कर्नाटक में हनागल और सिंदगी विधानसभा क्षेत्रों के उपचुनाव को लेकर कांग्रेस और भाजपा ने एक दूसरे पर व्यक्तिगत हमले शुरू कर दिए हैं। इस क्रम में ट्विटर पर भी आपत्तिजनक शब्दों के इस्तेमाल से पार्टियां बाज नहीं आ रही हैं।

पार्टियों के इस ट्विटर युद्ध में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को ‘अनपढ़’ कहे जाने के बाद कांग्रेस और भाजपा में विवाद हो गया। कर्नाटक कांग्रेस की ओर से एक के बाद एक कई ट्वीट किए गए, जिसमें पीएम मोदी को लक्ष्य करते हुए कई आपत्तिजनक टिप्पणियां की गई। इसके जवाब में कर्नाटक भाजपा की ओर से राहुल गांधी का नाम लिए बिना उन्हें ‘पप्पू’ और ‘भिखारी’ तक की संज्ञा दी गई।

ट्विटर पर कांग्रेस ने छोड़े कई तीर

कर्नाटक कांग्रेस की ओर से ट्वीट किया गया, “कांग्रेस ने स्कूल बनवाए थे, इसके बावजूद मोदी ने पढ़ाई नहीं की। एक वयस्क शिक्षा कार्यक्रम था, फिर भी उन्होंने पढ़ाई नहीं की। भीख मांगने पर प्रतिबंध है, जो भीख मांगकर आसान जीवन के आदी हैं, वे नागरिकों को भिखारी बना रहे हैं। देश ‘अनपढ़ मोदी’ की वजह से भुगत रहा है।”

एक अन्य ट्वीट में कर्नाटक कांग्रेस ने कहा ‘भाषण टेलीप्रॉम्प्टर के बिना नहीं आता है! विदेश मामलों में उनका खेल अनुवादकों के बिना शुरू नहीं होता है! एक व्यक्ति जो भीख मांगने के लिए पढ़ाई छोड़ देता है, वह अर्थव्यवस्था को नहीं समझता है! फैशनेबल पोशाक, मुफ्त प्रचार और भाषण पूर्ण झूठ उसकी ताकत है!’

पेट्रोल-डीजल की बढ़ती कीमतों पर निशाना साधते हुए कांग्रेस ने कहा, “सरकार के ‘कर आतंकवाद’ के कारण आवश्यक वस्तुओं की कीमतें बढ़ गई हैं। भाजपा ने उद्योगपतियों को प्रदान करने के लिए लोगों को लूटने की योजना बनाई है। देश संघर्ष कर रहा है क्योंकि ‘अनपढ़ मोदी’ लोगों की समस्याओं को नहीं समझते हैं।”

प्रधानमंत्री को नाम बदल लेने तक का सुझाव दे डाला

प्रधानमंत्री को अपना नाम बदलने का सुझाव देते हुए कर्नाटक कांग्रेस ने कहा, ‘जो प्रधानमंत्री महंगाई, चीनी आक्रामकता, किसानों की हत्या, कश्मीर में हत्या, अडाणी पोर्ट ड्रग्स जब्ती, बेरोजगारी पर नहीं बोलते हैं, वे अपना नाम बदलकर ‘मौनेंद्र मोदी’ कर सकते हैं।’

भाजपा ने किया पलटवार

इस पर भाजपा ने कांग्रेस पर ट्विटर के जरिए ही निशाना साधते हुए कहा, “हालांकि पर्याप्त स्कूल थे, बावजूद इसके एक 50 साल का वरिष्ठ युवा नेता भारत में बिल्कुल भी नहीं पढ़ता था। एक वयस्क शिक्षा कार्यक्रम था, बावजूद ‘पप्पू’ मानसिक रूप से विकसित नहीं हुआ। वह एक भिखारी की तरह भटक रहा है कि प्रधानमंत्री बन जाएगा क्योंकि उसके परदादा और पिता प्रधानमंत्री थे।”

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