वाशिंगटन, 15 नवंबर। अमेरिका में लगातार बढ़ती महंगाई ने लोगों की कमर तोड़ रखी है। ग्रोसरी से लेकर रोजमर्रा के खाने-पीने की चीजों तक, हर जगह कीमतों में जोरदार बढ़ोतरी देखी जा रही है। ऐसे में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक बड़ा फैसला लेते हुए कई फूड आइटम्स पर लगाए गए टैरिफ को वापस ले लिया है। ये फैसला न सिर्फ राजनैतिक रूप से अहम माना जा रहा है, बल्कि आम उपभोक्ताओं के लिए राहत की बड़ी उम्मीद भी जगाता है।
ट्रंप प्रशासन ने शुक्रवार को घोषणा की कि टमाटर, केला समेत दर्जनों फूड प्रोडक्ट्स पर लगाए गए भारी इंपोर्ट ड्यूटी को वापस लिया जा रहा है। ये नई छूट गुरुवार आधी रात से ही प्रभावी हो गई है, यानी यह फैसला रेट्रोस्पेक्टिव रूप से लागू होगा। ट्रंप का यह कदम इसलिए भी चर्चा में है क्योंकि उन्होंने इससे पहले लगातार दावा किया था कि उनकी ओर से लगाए गए टैरिफ महंगाई नहीं बढ़ा रहे। लेकिन बढ़ती कीमतों और उपभोक्ताओं की नाराजगी ने स्थिति बदल दी।
फल-सब्जियों की बढ़ती कीमत
अमेरिका में कॉफी, टमाटर और केले जैसी रोजमर्रा की चीजों के दाम तेजी से बढ़े हैं। सरकारी आंकड़ों के अनुसार, सितंबर तक ग्राउंड बीफ की कीमतें 13% और स्टेक की कीमतें 17% तक बढ़ चुकी थीं, जो तीन साल में सबसे ज्यादा उछाल है। वहीं केला 7% महंगा हुआ और टमाटर की कीमतों में 1% की बढ़ोतरी देखी गई। कुल मिलाकर, घर पर खाए जाने वाले चीजों की कीमतें 2.7% बढ़ चुकी हैं।
ट्रंप प्रशासन पर चुनावी दबाव
इन बढ़ती कीमतों की वजह से ट्रंप सरकार पर चुनावों का दबाव भी बढ़ने लगा था। वर्जीनिया, न्यू जर्सी और न्यूयॉर्क में हुए हालिया स्थानीय चुनावों में डेमोक्रेट्स की जीत और लोगों की बढ़ती नाराजगी ने महंगाई को बड़ा मुद्दा बना दिया था। इसी वजह से माना जा रहा है कि ट्रंप ने आम लोगों को राहत देने के लिए कई फूड आइटम्स पर टैरिफ कम करने का फैसला लिया है।
ट्रेड डील पर विवाद
टैरिफ रद्द किए जाने के साथ ही अमेरिका ने अर्जेंटीना, इक्वाडोर, ग्वाटेमाला और एल साल्वाडोर के साथ ट्रेड डील की दिशा में भी कदम बढ़ाया है। अंतिम मंजूरी मिलने के बाद इन देशों से आने वाले कई फूड प्रोडक्ट्स पर इंपोर्ट टैक्स पूरी तरह हटा दिया जाएगा। हालांकि विपक्षी डेमोक्रेट नेता रिचर्ड नील ने ट्रंप पर तीखा हमला बोलते हुए कहा कि ट्रंप प्रशासन वही आग बुझा रहा है, जिसे उसने खुद लगाया था। उनका दावा है कि टैरिफ की वजह से ही महंगाई बढ़ी और मैन्युफैक्चरिंग लगातार नीचे जा रही है।

