हैदराबाद, 17 सितम्बर। टीआरएस नेता गोसुला श्रीनिवास ने शनिवार को यहां केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के काफिले के सामने अपनी कार खड़ी कर दी। यह देख होम मिनिस्टर की सिक्योरिटी टीम ने गाड़ी वहां से हटवा दी। वहीं, श्रीनिवास ने उनके ऊपर दबाव डालने का आरोप लगाया है। साथ ही उनकी गाड़ी के साथ तोड़फोड़ भी हुई है।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसर टीआरएस नेता गोसुला श्रीनिवास ने कहा, ‘मेरी कार को जिस तरह से रोका गया, उसे देखकर मैं टेंशन में आ गया। पुलिस अधिकारियों से इसकी मैं शिकायत करूंगा। उन्होंने मेरी गाड़ी में तोड़फोड़ की है। यह एक गैर-जरूरी तनाव है, जिसे जानबूझकर खड़ा किया गया।’
‘हैदराबाद मुक्ति दिवस’ पर आयोजित कार्यक्रम में शामिल हुए शाह
उल्लेखनीय है कि गृह मंत्री शाह ने आज ‘हैदराबाद मुक्ति दिवस’ पर आयोजित एक कार्यक्रम में भाग लिया। इस दौरान उन्होंने हैदराबाद की मुक्ति का श्रेय सरदार वल्लभभाई पटेल को दिया। उन्होंने वोट बैंक की राजनीत के कारण ‘मुक्ति दिवस’ मनाने के वादे से मुकर जाने वालों पर निशाना साधा। शाह ने कहा कि अगर सरदार पटेल नहीं होते, तो हैदराबाद को मुक्त कराने में कई और साल लग जाते। उन्होंने कहा कि पटेल जानते थे कि जब तक निजाम के रजाकारों को हरा नहीं दिया जाता, तब तक अखंड भारत का सपना साकार नहीं होगा।
‘हैदराबाद मुक्ति दिवस मनाने का साहस नहीं जुटा पाए नेता’
अमित शाह ने कहा, “इतने साल बाद, इस भूमि के लोगों की इच्छा थी कि ‘हैदराबाद मुक्ति दिवस’ को सरकार की भागीदारी से मनाया जाना चाहिए, लेकिन दुर्भाग्य की बात है कि 75 साल बाद भी यहां शासन करने वाले वोट बैंक की राजनीति के कारण ‘हैदराबाद मुक्ति दिवस’ मनाने का साहस नहीं जुटा पाए। कई लोगों ने चुनावों और विरोध प्रदर्शनों के दौरान मुक्ति दिवस मनाने का वादा किया, लेकिन जब वे सत्ता में आए, तो रजाकारों के भय से अपने वादों से मुकर गए।”