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कूनो नेशनल पार्क में पर्यटकों को अब नहीं दिखेंगे चीते, खुले जंगल से चीतों को बाड़े में लाया जा रहा

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श्योपुर (मध्य प्रदेश), 23 जुलाई। मध्य प्रदेश के श्योपुर स्थित कूनो नेशनल पार्क में अब पर्यटक चीतों को नहीं देख पाएंगे। इसकी वजह यह है कि लगातार हो रही चीतों की मौत के बाद बचे चीतों को स्वास्थ्य परीक्षण के लिए खुले जंगल से पकड़ कर बाड़े में शिफ्ट किया जा रहा है। बीते चार महीनों में आठ चीतों की मौत के बाद सभी चीतों का स्वास्थ्य परीक्षण किया जा रहा है।

लगातार हो रही मौत के बाद लिया गया बड़ा फैसला

कूनो नेशनल पार्क प्रबंधन की ओर से बीते पांच दिनों में छह चीतों – पवन, गौरव, शौर्य, आशा, धीरा व गामिनी को ट्रेंकुलाइज कर खुले जंगल से बाड़े में लाया गया है। वहीं इन चीतों के गले में लगे रेडियो कॉलर भी हटा दिए गए हैं।

चीतों के गले में लगे रेडियो कॉलर भी हटा दिए गए

गौरतलब है कि विशेषज्ञों के अनुसार रेडियो कॉलर ही चीतों की मौत की वजह बन रहे थे। इसकी वजह से घाव हो रहा था। गत 11 जुलाई को चीता तेजस और 14 जुलाई को सूरज की मौत के बाद अन्य चीतों का स्वास्थ्य परीक्षण किया जा रहा है। इनमें तीन और चीतों की गर्दन में संक्रमण मिला था, जिन्हें रेडियो कॉलर की वजह से घाव हुआ था, जो इन चीतों की मौत का कारण बन सकता था।

टाइगर के लिए डिजाइन की गई कॉलर आईडी में चीते अनफिट थे

बताया जा रहा है कि चीतों को जो कॉलर आईडी लगाई गई थी, वो टाइगर के लिए डिजाइन की गई है। इन कॉलर आईडी में चीते अनफिट थे। इन कॉलर आईडी की वजह से चीतों की गर्दन पर घाव हो रहा है और उसमें कीड़े पड़ रहे हैं। सुप्रीम कोर्ट ने भी इस मामले पर केंद्र से विस्तृत रिपोर्ट मांगी है।

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