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टोक्यो ओलंपिक : कुश्ती में भारत की निराशाजनक शुरुआत, सोनम हारीं, भाला प्रक्षेपक अन्नु भी मायूस

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टोक्यो, 3 अगस्त। टोक्यो ओलंपिक के 12वें दिन मंगलवार को दिन भारत के लिए निराशाजनक रहा। इस क्रम में सबसे पहले भारतीय पुरुष हॉकी टीम सेमीफानल में विश्व विजेता बेल्जियम से हारकर स्वर्ण पदक की होड़ से बाहर हो गई। उसके बाद कुश्ती और एथलेटिक्स में भी मायूसी हाथ लगी, जब फ्रीस्टाइल महिला पहलवान सोनम मलिक और भाला प्रक्षेपक अन्नु रानी भी पदक दौड़ में जगह नहीं बना सकीं।

ओलंपिक टिकट पाने वाली भारत की सबसे कम उम्र हरियाणवी पहलवान सोनम को 62 किलोग्राम फ्रीस्टाल मुकाबले में मंगोलियाई मल्ल खुरेलखू बोलोर्टुया के हाथों अंकों के आधार पर पराजय झेलनी पड़ी। माकुहारी मेसे हॉल-ए के मैट बी पर राउंड ऑफ-8 मुकाबले में सोनम ने न सिर्फ कड़ी चुनौती प्रस्तुत की वरन एक समय बढ़त भी ले रखी थी।

मंगोलियाई मल्ल के खिलाफ बढ़त कायम नहीं रख सकीं सोनम

सोनीपत की 19 वर्षीया सोनम ने पहले पीरियड की समाप्ति तक 1-0 की लीड ले रखी थी। दूसरे पीरियड में भी सोनम ने एक अंक हासिल किया और 2-0 की लीड हासिल कर ली। लेकिन बोलोर्टुया ने दूसरे पीरियड के अंतिम क्षणों में एक साथ दो तकनीकी अंक लेकर बाजी मार ली।

हालांकि खुरेलखू से पराजय के बावजूद सोनम पदक दौड़ में शामिल थीं। लेकिन कुछ देर बाद खुरेलखू की सेमीफाइनल मैच में ताइब मुस्तफा के हाथों 0-1 की हार के साथ ही  सोनम की वह उम्मीद भी खत्म हो गई। खुरेलखू अगर मुस्तफा को हराकर फाइनल में पहुंच जातीं तो सोनम को रेपेचेज राउंड खेलने का मौका मिलता और उनके पास कांस्य पदक जीतने का मौका बन जाता।

क्वालीफाइंग दौर में 14वें व अंतिम स्थान पर रहीं अन्नु

उधर ओलंपिक स्टेडियम में जारी एथलेटिक्स मुकाबलों में भाला प्रक्षेपक अन्नु फाइनल में जगह बनाने से बहूत दूर रह गईं। 14 प्रक्षेपकों के ग्रुप ए में अन्नु 54.04 मीटर तक ही प्रक्षेप कर सकीं और वह 14वें व स्थान पर पिछड़ गईं।

63 मीटर के स्वतः क्वालीफिकेशन मार्क से काफी पीछे रह गई भारतीय एथलीट

मेरठ की 28 वर्षीया एथलीट ने 50.35 मीटर भाला फेंककर शुरुआत की और अपने दूसरे प्रयास में 53.19 मीटर की दूरी तय की। फिलहाल अन्नु 63 मीटर के स्वत: क्वालीफिकेशन मार्क से बहुत दूर रह गईं। उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 63.24 मीटर है, जो उन्होंने इस साल फेडरेशन कप में हासिल किया था।

पोलैंड की मारिया आंद्रेसिच एकमात्र एथलीट रहीं, जिन्होंने पहले प्रयास में ही 65.25 मीटर भाला फेंककर स्वत: क्वालीफाई किया। नियमों के अनुसार 63 मीटर भाला फेंकने वाले या सर्वश्रेष्ठ 12 खिलाड़ियों को फाइनल में जगह मिलती है। भाला फेंक में अब भारतीय प्रशंसकों की निगाहें पुरुष वर्ग में नीरज चोपड़ा पर टिकी रहेंगी, जिनकी स्पर्धा बुधवार को है।

 

चक्का प्रक्षेप में कमलप्रीत छठे स्थान पर रहीं

इसके पूर्व सोमवार की शाम भारत को महिलाओं की चक्का प्रक्षेप स्पर्धा में निराशा हाथ लगी, जब कमलप्रीत कौर फाइनल में छठे स्थान पर रही। उनका सर्वश्रेष्ठ थ्रो 63.70 मीटर का रहा। अमेरिकी वेलेरी अलमान ने 68.98 मीटर के प्रक्षेप से स्वर्ण पदक जीता।

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