लखनऊ, 2 मई। पीएमओ और मंत्रियों का खुद को करीबी बताकर ठगी करने के आरोपित संजय राय उर्फ संजय शेरपुरिया को अदालत ने छह दिन की पुलिस रिमांड पर दे दिया है। एसटीएफ की ओर से गिरफ्तार किए गए संजय शेरपुरिया को पूछताछ के लिए पुलिस कस्टडी रिमांड पर दिए जाने की मांग वाली अर्जी विशेष सीजेएम की कोर्ट में दी गई थी।
एसटीएफ की अर्जी में शेरपुरिया की दस दिनों की रिमांड मांग की गई थी। अर्जी में कहा गया था कि शेरपुरिया से उसके संपर्कों के बारे में पूछताछ करनी है। लोगों से धोखाधड़ी में उसके साथ शामिल लोगों के विषय में जानकारी करने के साथ ही महत्वपूर्ण साक्ष्य एकत्र किए जाने हैं। आरोपित को बरामदगी के लिए विभिन्न जगहों पर ले जाना है।
25 अप्रैल को विभूति खंड थाने में संजय राय के खिलाफ दर्ज कराई गई थी एफआईआर
गौरतलब है कि एसटीएफ के इंस्पेक्टर सचिन कुमार ने 25 अप्रैल को यहां विभूति खंड थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई थी। इसमें बताया था कि आरोपित संजय राय पिछले कई सालों से अलग-अलग नाम और अलग-अलग कम्पनियों के जरिये लोगों से धोखाधड़ी कर धन उगाही कर रहा है। बैंक से डिफाल्टर है। उसने फर्जी आईडी पर कम्पनियां रजिस्टर करवाकर पैसों का लेनदेन किया।
आरोप है कि संजय राय सरकार व बड़े अधिकारियों तक अपनी पहुंच बताकर लोगों से धन उगाही की। वह मनी लॉन्ड्रिंग, हवाला और टैक्स चोरी जैसे काम भी करता है। उसने पीएम समेत तमाम बड़ी हस्तियों के साथ अपनी फोटो को बिना अनुमति के पोस्ट कर लोगों को भ्रमित कर ठगी की। एक उद्योगपति का केस रफादफा कराने के लिए उसने 21 व 23 जनवरी को कुल छह करोड़ रुपये अपने खाते में लिए।