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जम्मू-कश्मीर : सेना के ऑपरेशन में उरी के पास तीन आतंकी ढेर, 5 एके47 सहित गोला-बारूद बरामद

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जम्मू, 23 सितम्बर। भारतीय सेना ने नियंत्रण रेखा (एलओसी) पर उरी के पास रामपुर सेक्टर में गुरुवार को एक बड़े आतंकी हमले की कोशिश नाकाम और ऑपरेशन के तहत तीन आतंकवादियों को ढेर कर दिया। आतंकवादी हाल ही में पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर से भारतीय सीमा में घुस आए थे। मारे गए आतंकवादियों के पास से पांच एके-47, आठ पिस्तौल और 70 ग्रेनेड बरामद किए गए हैं।

सरकारी प्रवक्ता के अनुसार आतंकवादियों का एक समूह पिछले दिनों पाकिस्तान अधिकृत जम्मू-कश्मीर (पीओजेके) से भारतीय सीमा में घुसा था। इसकी भनक लगते ही सतर्क जवानों ने ऑपरेशन शुरू किया और आतंकियों को मार गिराने में सफलता पाई।

बर्फबारी से पहले आतंकियों को घाटी में घुसपैठ कराने की साजिशें रची जा रहीं

चिनार कोर कमांडर डीपी पांडेय ने बताया कि गुरुवार तड़के रामपुर सेक्टर के हाथलंगा जंगल में आतंकी गतिविध देखी गई। इसके बाद शुरू किए गए ऑपरेशन में तीन आतंकवादियों को मार गिराने में सफलता मिली। उन्होंने कहा, ‘बर्फबारी से पहले आतंकियों को घाटी में घुसपैठ कराने की साजिशें रची जा रही हैं। पाकिस्तान में स्थित लांच पैड के बारे में हमारे पास विश्वसनीय इनपुट हैं।’

पाकिस्तानी आतंकी आकाओं में मायूसी का माहौल : आईजी जोन विजय कुमार

इस बीच कश्मीर जोन के आईजी विजय कुमार ने बताया कि इस वर्ष जब से सेना और पुलिस ने आतंकी तंजीमों द्वारा गुमराह किए गए युवकों को वापस मुख्यधारा में लाने का निर्णय लिया है, पाकिस्तानी आतंकी आकाओं में मायूसी का माहौल है। घाटी में अब स्थिति सामान्य हो रही है। गिलानी की मृत्यु के दौरान लोगों ने प्रतिबद्धता दिखाई और शांति बनाए रखी, जोकि बदलते माहौल की तस्दीक करता है।

उन्होंने बताया कि पाकिस्तान कश्मीर घाटी में अब पिस्टल और ग्रेनेड से आतंकी हमलों की साजिश रच रहा है। ज्यादातर आतंकी हमलों को अंजाम देने के लिए पिस्टल का इस्तेमाल किया गया है। गुरुवार तक 97 पिस्टल बरामद किए जा चुके हैं।

गौरतलब है कि गोहलान इलाके के पास गत 18 सितम्बर की मध्यरात्रि बाद उरी सेक्टर की अंगूर पोस्ट के पास सुरक्षा बलों ने संदिग्ध गतिविधि देखी थी। सूत्रों का कहना है कि इसके बाद हुई गोलाबारी में एक जवान जख्मी हो गया था। सुरक्षाबलों को सूचना मिली थी कि इलाके में आतंकियों का एक बड़ा समूह घुसपैठ करने में कामयाब हुआ है।

पांच वर्ष पूर्व उरी में आत्मघाती हमले में शहीद हुए थे सेना के 18 जवान

ज्ञातव्य है कि पांच वर्ष पूर्व 18 सितम्बर 2016 को जैश-ए-मोहम्मद के हथियारों से लैस चार आतंकियों ने उरी सेक्टर में सेना की 12 ब्रिगेड के कैंप पर आत्मघाती हमला किया था, जिसमें 18 जवान शहीद हुए थे।

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