नई दिल्ली, 23 जनवरी। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में 75वें गणतंत्र दिवस समारोह के अवसर पर आयोजित की जाने वाली मुख्य परेड की तैयारियां अंतिम चरण में हैं। कर्तव्य पथ पर भारत के विभिन्न हिस्सों की झांकियां प्रदर्शित की जाएंगी। इनमें इसरो के चंद्रमिशन चंद्रयान-3 से लेकर अयोध्या राम मंदिर तक के मॉडल शामिल हैं। इस बार फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों गणतंत्र दिवस परेड के मुख्य अतिथि हैं।
भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने पिछले वर्ष चंद्रमा पर चंद्रयान-3 की लैंडिंग के साथ इतिहास रचा था। अब इसरो रिपब्लिक-डे परेड के दौरान अपने चंद्र मिशन को प्रस्तुत करेगा। इसकी झांकी में चंद्रयान-3 के प्रक्षेपण के साथ-साथ चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर उसकी सफल लैंडिंग को भी दिखाया जाएगा। झांकी लैंडिंग प्वॉइंट को भी रेखांकित करेगी, जिसे शिव शक्ति प्वॉइंट नाम दिया गया है। उल्लेखनीय है कि भारत का चंद्र मिशन पिछले साल 23 अगस्त को चंद्रमा पर सफलतापूर्वक उतरा था।
वहीं उत्तर प्रदेश की झांकी में मुख्य रूप से भगवान राम पर प्रकाश डाला जाएगा, जिनके मंदिर का उद्घाटन बीते सोमवार (22 जनवरी) को ही ऐतिहासिक समारोह के बीच अयोध्या में किया गया। झांकी में चित्रण महत्वपूर्ण है क्योंकि अयोध्या में राम मंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा सोमवार को हुई थी। राम मंदिर चित्रण के अलावा, झांकी में नव विकसित मेरठ रैपिड रेल के रूप में योगी आदित्यनाथ सरकार के विकास कार्यों को भी रेखांकित किया गया है।
इस बार कुल 25 झांकियां प्रदर्शित की जाएंगी
गणतंत्र दिवस परेड में विभिन्न राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों की 16 और केंद्र सरकार के विभागों की नौ सहित कुल 25 झांकियां प्रदर्शित होंगी। इस वर्ष राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों और नौ मंत्रालयों एवं विभागों को अपनी झांकी प्रदर्शित करने के लिए चुना गया है। राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में अरुणाचल प्रदेश, हरियाणा, छत्तीसगढ़, गोवा, गुजरात, कर्नाटक, मेघालय, पंजाब, उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड शामिल हैं।