वाराणसी, 8 मार्च। पंचांग और काशी के विद्वानों के एकमत न होने की वजह से धार्मिक नगरी में इस बार दो दिनों तक होली खेली गई। मंगलवार को होली खेलने के बाद लोग बुधवार को भी होली के रंग में सराबोर नजर आए। सुबह से ही शुरू हुई होली की हुड़दंग गली-मोहल्लों और चौराहों पर अबीर-गुलाल के बीच दोपहर तक जारी रही।
होलिका दहन के साथ शुरू हुई होली की मस्ती बुधवार की सुबह सातवें आसमान पर पहुंच गई। घरों से शुरू हुई होली देखते ही देखते सड़कों तक पहुंच गई। ढोल बजाकर टोलियां निकली। रंग बरसे .., होली आई रे कन्हाई.., होली खेले रघुवीरा.., होरिया में उड़े रे गुलाल गीतों की गूंज के बीच गुलाल उड़ा तो फिजा इंद्रधनुषी हो गई। युवाओं की टोली थिरकती निकली तो घरों से जमकर रंग बरसा। बच्चे, बुजुर्ग सभी होली की मस्ती में नजर आए।
गंगा घाटों पर हुजूम उमड़ा दिखाई दिया। खासकर अस्सी घाट पर बड़ी संख्या में युवाओं की भीड़ दिखाई दी। विश्वनाथ मंदिर कॉरिडोर में भी होली खेली गई। चेतगंज, नई सड़क, गोदौलिया पर हर साल की तरह डीजे पर लोग नाचते गाते दिखाई दिए। विभिन्न सोसाइटी में भी लोगों ने अपने लोगों के साथ होली खेली। सबसे अधिक उत्साह बच्चों में दिखाई दिया, जो पिचकारी से एक-दूसरे पर रंग फेंकते हुए नजर आए।
फैशनेबल कैप के बीच लोगों के चेहरे इस प्रकार से रंगे गए थे कि होली खेलने वाले लोगों को पहचानना भी मुश्किल हो रहा था। कई स्थानों पर सुबह से शाम विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन भी किया गया है।
गोरखपुर में भगवान नरसिंह की रंगभरी शोभायात्रा में शामिल हुए सीएम योगी
उधर गोरखपुर में घण्टाघर से राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ, श्री होलिकोत्सव समिति की ओर से निकलने वाली “रंगभरी शोभायात्रा” में सीएम योगी शामिल हुए। इस दौरान यात्रा के शुभारंभ अवसर पर उपस्थित जनसमूह को संबोधित करते हुए उन्होंने सभी को होली की बधाई एवं शुभकामनाएं दी।
सीएम योगी ने कहा, ‘हम सामूहिकता के भाव से उत्साह, उमंग और सकारात्मकता को एक-दूसरे में बांटकर आगे बढ़ते रहेंगे तो समाज में कहीं भी कोई अभाव नहीं रहेगा। सांस्कृतिक राष्ट्रवाद के साथ विकास की सोच वाली सरकार भी यही कार्य करती है। हमारी ऋषि परंपरा ने विशिष्ट घटनाओं को प्रासंगिक बनाकर प्रेरणा दी है। ये पर्व हमें मिलजुल कर समाज को समृद्ध बनाने तथा राष्ट्र की प्रगति में योगदान देने को प्रेरित करते हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पूर्व में दो वर्षों तक पूरी दुनिया कोरोना से प्रभावित थी। हर व्यक्ति के मन में संशय रहता था। पर, आज कोरोना का भय दूर हो गया है। कोरोना पूरी तरह समाप्त है और सभी लोग उमंग व उत्साह से पर्व-त्योहार मना रहे हैं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश ने कोरोना प्रबंधन का जो उदाहरण प्रस्तुत किया, पूरी दुनिया में उसकी सराहना हुई। महामारी से कैसे लड़ा जाना चाहिए, नागरिकों के प्रति किस तरह की संवेदना होनी चाहिए, एक-एक व्यक्ति की देखभाल कैसे होनी चाहिए।
सीएम योगी ने कहा, ‘होली हो या दिवाली, रक्षाबंधन हो या शिवरात्रि या फिर श्रीकृष्ण जन्माष्टमी, श्रीरामनवमी। कोई भी पर्व एकाकीपन का एहसास नहीं कराता। हमारे पर्व और त्योहार सामूहिकता के दर्शन हैं। जैसे एक व्यक्ति से यज्ञ नहीं हो सकता उसी तरह से एकाकी भावना से पर्व व त्योहार भी नहीं मनाए जा सकते। हमारे पर्व और त्योहार सामाजिक, सांस्कृतिक यज्ञ हैं और जब हम सामूहिकता के भाव से इसमें जुड़ते हैं तो पर्व की खुशियां कई गुना बढ़ जाती हैं।’
उन्होंने कहा कि भक्त प्रह्लाद, हिरण्यकश्यप और होलिका की मौजूदगी हर कालखंड में होती है। लेकिन परमात्मा की कृपा प्रह्लाद अर्थात धर्म, सत्य और न्याय के मार्ग पर चलने वाले भक्त को ही मिलती है। उन्होंने कहा कि जो राष्ट्र की भक्ति करते हैं, समाज का हित सोचते हैं और लोक कल्याणकारी कार्य करते हैं परमात्मा की कृपा उसी पर होती है। विघटनकारी, अराजक और अनुशासनहीन तत्वों पर परमात्मा की कृपा कभी नहीं होती है।
सीएम ने उतारी भगवान नरसिंह की आरती, जमकर खेली होली
आमजन को होली की बधाई देने के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भगवान नरसिंह की विधि-विधान से आरती उतारी। उन्हें नारियल, गुझिया के साथ रंग, अबीर, गुलाल अर्पित किया। भगवान नरसिंह की पूजा करने के बाद योगी पूरी तरह होलीयाना मूड में आ गए। उन्होंने लोगों के ऊपर जमकर रंग, अबीर, गुलाल व गुलाब की पंखुड़ियां उड़ाईं। देखते ही देखते योगी समेत समूचा जनमानस रंगों में सराबोर हो गया। इस दौरान जय श्रीराम के नारों के बीच उत्सवी उल्लास आसमान पर था।
सैफई में मुलायम के बिना फीकी रही होली
फिलहाल सैफई में इस बार मुलायम कुनबे की होली सूनी सूनी नजर आई। पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव, सपा महासचिव शिवपाल सिंह यादव समेत कुनबे के तमाम नेता तो मौजूद रहे, लेकिन सभी को ‘नेताजी’ मुलायम सिंह यादव की कमी खली। एक तरफ जहां अखिलेश यादव ने सैफई मेला ग्राउंड में जनता का अभिवादन किया और परिवार के साथ जनता से मुलाकात कर एकजुटता का संदेश दिया तो वहीं, शिवपाल सिंह यादव ने मुलायम सिंह को श्रद्धांजलि अर्पित की।
इस बार कुनबे ने नेताजी को समर्पित करते हुए होली न खेलने का फैसला किया है। शांति पूर्वक चल रहे होली मिलन समारोह में लोगों को अखिलेश में नेताजी का रूप दिखा। नेताजी की तरह अखिलेश ने समारोह की बागडोर संभाले रखी। इस दौरान शिवपाल ने कहा कि इस होली में नेताजी की कमी खलेगी। नेता जी हमेशा सभी से मिलते थे। इस बार नेता जी के न रहने से होली नहीं खिलेगी।
शिवपाल ने कहा कि वह इस बार लोगों से मिलेंगे और उनको याद करेंगे। वहीं 2024 के चुनाव में संगठन को शिवपाल ने कहा कि संगठन को मजबूत करेंगे। 2024 के चुनाव में बीजेपी को हटाने का काम करेंगे। उन्होंने कहा, ‘यह होली बिना रंगों की है। आदरणीय नेता जी के बिना सैफई की होली की कल्पना करना मुश्किल है। ईश्वर से प्रार्थना है कि हम सभी पर पूज्य नेता जी का स्नेह, आशीर्वाद और विचारों के विविध रंग बरसते रहें। नेताजी हमारी स्मृतियों में सदैव अमर रहें।’