इस्लामाबाद,1 फरवरी। पाकिस्तान के पेशावर में 30 जनवरी को हुए एक मस्जिद के अंदर घातक आत्मघाती बम विस्फोट को लेकर पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने भारत को लेकर एक बड़ा बयान दिया है। डॉन की एक रिपोर्ट के मुताबिक, आसिफ ने कहा कि ‘भारत में भी प्रार्थना के दौरान पूजा करने वाले नहीं मारे जाते।’ नेशनल असेंबली में हमले पर बात करते हुए आसिफ ने कहा, ‘भारत या इजरायल में भी प्रार्थना के दौरान उपासक नहीं मारे गए, लेकिन यह पाकिस्तान में हुआ।’
डॉन के अनुसार, आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में एकता का आह्वान करते हुए मंत्री ने कहा कि यह पाकिस्तान के लिए अपने घर को व्यवस्थित करने का समय है। पाक रक्षा मंत्री ने वर्ष 2010 से लेकर 2017 तक की आतंकवाद की घटनाओं को याद करते हुए कहा कि यह युद्ध पीपीपी के कार्यकाल में स्वात से शुरू हुआ था और यह पीएमएल-एन के पिछले कार्यकाल के दौरान समाप्त हुआ था।
देश में कराची से स्वात कर शांति स्थापित हुई थी। उन्होंने आगे कहा, ‘अगर आपको याद हो तो करीब डेढ़ या दो साल पहले इसी हॉल में तीन बार मीडिया ब्रीफिंग की गई थी, जिसमें स्पष्ट रूप से कहा गया था कि इन लोगों के खिलाफ बातचीत कर शांति की ओर लाया जा सकता है। आसिफ ने आगे कहा कि इस मामले पर अलग-अलग राय सामने आए, लेकिन इसके बावजूद कोई निर्णायक निर्णय नहीं निकल पाया।
पेशावर में हुए आंतकी हमले की भारत ने भी कड़ी निंदा की थी। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा कि भारत हमले में मारे गए लोगों के परिजन के प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त करता है। 30 जनवरी को हुए बम धमाके में 100 लोगों की मौत हो गई थी और लगभग 200 से अधिक घायल हुए थे।