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राज्यसभा में राहुल गांधी पर हमलों की बौछार, मिमिक्री से दुखी सभापति धनखड़ बोले – ‘मैं पूरी आहुति दे दूंगा हवन में..’

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नई दिल्ली, 20 दिसम्बर। उप राष्ट्रपति और राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ की मिमिक्री पर विपक्ष और खासकर कांग्रेस पार्टी बुरी तरह घिर गई है। इसकी वजह है कि जब टीएमसी सांसद कल्याण बनर्जी संसद परिसर की सीढ़ियों पर धनखड़ का मजाक उड़ा रहे थे, तब कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष और लोकसभा सांसद राहुल गांधी वीडियो बना रहे थे।

अब सत्तारूढ़ भाजपा ही नहीं, खुद सभापति धनखड़ ने इस पर कड़ी आपत्ति जताई है। राज्यसभा में सभापति के आसन से धनखड़ ने कांग्रेस के वरिष्ठ सांसदों दिग्विजय सिंह और पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे को सीधे संबोधित करते हुए पूछा कि वो अपने सांसद (राहुल गांधी) के अमर्यादित आचरण पर चुप क्यों रहे? धनखड़ ने अपनी मिमिक्री और उसकी वीडियोग्राफी को किसान और जाट समाज का अपमान बताया और कहा कि वो व्यक्तिगत अपमान तो बर्दाश्त कर सकते हैं, लेकिन पद की गरिमा को ठेस पहुंचे तो खुद की आहुति तक दे सकते हैं।

राज्यसभा में प्रश्नकाल शुरू होने से पहले फट पड़े धनखड़

राज्यसभा में प्रश्नकाल शुरू होने से पहले सभापति धनखड़ ने कांग्रेस सांसद दिग्विजय सिंह से अपने दिल की पीड़ा बताई। उन्होंने कहा, ‘आप कहते हो कि 138 साल पुरानी पार्टी हो, क्या हुआ है? आपको सब पता है। आपकी चुप्पी मेरे कानों में गूंज रही है। खड़गे की चुप्पी मेरे कानों में गूंज रही है। कांग्रेस के अध्यक्ष हैं। सबको पता है क्या कुछ हो रहा है। आपको अंदाजा होना चाहिए कि यदि कोई व्यक्ति वीडियोग्राफी करके आनंद लेता है, एंप्लीफाइ करता है, ये संस्कार हैं क्या अपने? ये संस्कार है क्या? यहां तक स्तर आ गया है क्या?’

‘ये बर्दाश्त कभी नहीं करूंगा कि मेरे पद की गरिमा सुरक्षित नहीं रख पाई

इस बीच कांग्रेस सांसद की तरफ से भी टोकाटाकी होती रही। दिग्विजय सिंह अपना पक्ष रखना चाह रहे थे। तभी धनखड़ ने कहा, ‘दिग्विजिय सिंह जी, मेरी बात सुन लीजिए। जगदीप धनखड़ की कितनी बेइज्जती करो, मुझे कोई चिंता नहीं है। भारत के उप-राष्ट्रपति की, किसान समाज की, मेरे वर्ग की, मैं पूरी आहुति दे दूंगा हवन में। मैं खुद की परवाह नहीं करता। मेरी बेइज्जती करता है, मैं सहन करता हूं। खून की घूंट पीता हूं। ये बर्दाश्त कभी नहीं करूंगा कि मेरे पद की गरिमा सुरक्षित नहीं रख पाई। सदन की गरिमा को सुरक्षित रखना मेरा काम है। इस पद की गरिमा रखना मेरा काम है। आप अंदाजा नहीं लगा सकते, क्या हुआ है?’

जाति-समाज का जिक्र कर बोले धनखड़ – सबका अपमान किया

फिर दिग्विजय बोले, ‘मेरी नहीं सुनेंगे?’ इस पर सभापति ने कहा, ‘मैं आपकी सुनता। आप एक फोन उठाते। अपने देश में फोन से दशकों तक बातचीत होती रही है। इतनी बड़ी घटना हो गई, पद की गरिमा गिर गई, किसान समाज को बेइज्जत कर दिया, मेरी जाति को अपमानित कर दिया और आप चुप हैं? आपके अध्यक्ष (मल्लिकार्जुन खड़गे) चुप हैं?’ ध्यान रहे कि कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे भी राज्यसभा के ही सदस्य हैं।

भाजपा सांसदों ने सदन में एक घंटे खड़े रहने का फैसला किया

उधर, भाजपा सांसदों ने विपक्ष के आचरण की घोर निंदा की और सभापति के सम्मान में सदन में एक घंटा खड़े रहने का फैसला किया। हालांकि कुछ देर बाद सभापति धनखड़ ने भाजपा सांसदों से बैठ जाने की अपील की और वो बैठ गए। इस बीच संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने राहुल गांधी का नाम लेकर कहा कि उनके आचरण की वो निंदा करते हैं। उन्होंने कहा, ‘कल हमने देखा कि कैसे दूसरे सदन (लोकसभा) के एक सदस्य ने संवैधानिक पद को अपमानित किया है। उस सदन के सदस्य हैं राहुल गांधी। उन्होंने भी संवैधानिक पद का अपमान किया है। हम इसकी निंदा करते हैं, किसी वर्ग और समाज को अपमानित करना सही नहीं है।’

प्रह्लाद जोशी ने विपक्ष पर संवैधानिक पदों का अपमान करने का लगाया आरोप

जोशी ने अतीत में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लिए कहे गए अपमानजनक शब्दों का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा, ‘ये बार-बार संवैधानिक पदों का अपमान करते हैं। पीएम को 20 साल तक किया, वो गरीब से आते हैं, ओबीसी से हैं। पीएम बनने के बाद भी अपमानित किया। राष्ट्रपति को अपमानित किया, जो अनुसूचित जनजाति की हैं।’ संसदीय कार्य मंत्री ने सभापति से कहा, ‘आप जो प्रश्नकाल चला रहे हैं, आपके सम्मान में और विपक्ष के विरोध में हम खड़े होकर प्रश्नकाल में भाग लेंगे।’ बाद में भाजपा सांसद सभापति की अपील पर बैठ गए।

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