लखनऊ, 2 नवम्बर । सपा और सांप दोनों में एक समानता है। मुंह खोलने पर दोनों जहर ही उगलेंगे। दोनों का इलाज भी एक ही है। फन कुचलना। सांप तो जहां दिखता है, लोग उसका इलाज कर देते हैं। इस बार जनता भी वोट रूपी लाठी लेकर सपा का फन कुचलने के लिए तैयार बैठी है। बस उसे चुनाव की प्रतीक्षा है। यह बातें भाजपा के वरिष्ठ नेता और कैबिनेट मंत्री सुरेश खन्ना ने जारी एक बयान में कहीं।
खन्ना ने कहा कि एक तरीके से देखा जाए तो वोट की फसल काटने के लिए सपा जहर की ही खेती करती है। इस खेती में एनपीके (नाइट्रोजन, फास्फोरस और पोटास) की तरह आतंकवाद, अपराध और अराजकता की खाद देती है। जनता इनकी इस जहरीली राजनीति को समझ गई है। समझ तो ये भी चुके हैं। समझ ही नहीं गए हैं बल्कि चुनावों में अपनी सुनिश्चित हार जानकर डरे हुए हैं।
सांप जब चारों ओर से घिर जाता है। उसे अपना अंत नजर आने लगता है तो वह फन उठाकर फुफकार के जरिए सिर्फ जहर छोड़ता है। फिर उसका क्या हश्र होता है, यह बताने की जरूरत नहीं। इस बार के चुनावों में यकीनन सपा का भी यही हश्र होगा। अखिलेश भी इस चीज से वाकिफ हैं। यही वजह है कि वह चुनाव न लडऩे की घोषणा कर रहे हैं।